LokSabha Election 2019: चुनाव ड्यूटी में लगाई गईं आरपीएफ की 75 कंपनियां, अब तक ट्रेनों में 1.68 करोड़ जब्त
डीजी अरुण कुमार ने धनबाद में आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट विनोद कुमार को निलंबित करने के सवाल पर कहा कि उनके खिलाफ गंभीर शिकायत मिली थी। उसी आधार पर कार्रवाई हुई।
धनबाद, जेएनएन। लोकसभा चुनाव- 2019 को सफल बनाने के लिए अपने हिस्से की आहुति देने को रेलवे सुरक्षा बल भी तैयार है। रेलवे सुरक्षा बल के डीजी अरुण कुमार के मुताबिक चुनाव ड्यूटी में आरपीएफ की 75 कंपनियां लगाई गईं हैं। उन्होंने बताया कि रेल गाड़ियों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। आचार संहिता लागू होने के बाद 31 मार्च तक दर्ज 19 मामलों में ट्रेनों में 1.68 करोड़ रुपये सीज किए गए हैं।
आरपीएफ के डीजी कुमार बुधवार सुबह धनबाद दाैरे पर पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आरपीएफ शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह से काम कर रहा है। चुनाव आयोग के निर्देश पर आरपीअफ के जवान मतदान के दाैरान शांति-व्यवस्था के कार्यों में तैनात होंगे। दूसरी तरफ रेलगाड़ियों के माध्यम से नकदी ट्रांजेक्शन को रोकने के लिए भी देशव्यापी विशेष जांंच अभियान चलाया जा रहा है।
सीनियर कमांडेंट के खिलाफ थी गंभीर शिकायत: धनबाद में आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट विनोद कुमार को निलंबित करने के सवाल पर कहा कि उनके खिलाफ गंभीर शिकायत मिली थी। उसी आधार पर कार्रवाई हुई। जांच की जिम्मेदारी पूर्व रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त आलोक वोरा को सौंपी गई है। कमांडेंट के धनबाद में रहने से जांच प्रभावित हो सकता था। इस वजह से उन्हें हटाया गया है। कमांडेंट निष्कासन प्रकरण में रेल अधिकारियों के विरोध से जुड़े सवाल पर कहा कि किसी अधिकारी के नाराज होने की जानकारी नहीं है। कहा कि सारे अधिकारियों से मिलकर बात की है। उनमें नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। हालांकि इस मामले में खुलकर बोलने से परहेज करते दिखे।
साइबर क्राइम और बम डिस्पोजल की भी दी जाएगी ट्रेनिंगः डीजी ने कहा कि आरपीएफ को साइबर क्राइम और बम डिस्पोजल की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। जोन और मंडल स्तर पर भी यह व्यवस्था बहाल होगी। डीजी ने धनबाद रेल मंडल कार्यालय में डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले आरपीएफ अधिकारियों की खबर भी ली।