कर्नाटक में थमा शोर, अंतिम दौर तक मोदी-राहुल ने लगाया जोर
आखिरकार कर्नाटक में चुनाव प्रचार का शोर थम गया। शाम पांच बजते ही राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रचार अभियान को समाप्त कर दिया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा के लिए 12 मई को होने वाले चुनाव का प्रचार गुरुवार शाम थम गया। राज्य की 224 सीटों पर प्रचार में दोनों दलों के शीर्ष नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमान संभाली। वहीं कांग्रेस से अध्यक्ष राहुल गांधी व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के साथ-साथ अंत में सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह भी मैदान में कूदे। यह चुनाव भाजपा के लिए हमेशा की तरह एक और अग्निपरीक्षा है तो कांग्रेस के लिए लाज बचाने व बाजी पलटने का अवसर। 15 मई को आने वाले नतीजों से देश और इस दक्षिणी राज्य की भावी सियासत का रास्ता साफ होगा।
-राज्य विधानसभा के लिए मतदान 12, परिणाम 15 को
मोदी-राहुल आमने-सामने
कांग्रेस के दिल में एससी-एसटी,पिछड़ों की जगह नहीं: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 'नमो एप'Þ के जरिये भाजपा के एससी-एसटी, ओबीसी और स्लम मोर्चे के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने फिर कहा, 'कांग्रेस के दिल में एससी-एसटी और पिछड़े वर्गो के लिए कोई स्थान नहीं है। दलित चिंतक मेरी श्रद्धा का केंद्र हैं। मैं उन्हें बेहद जिम्मेदारी से चुनौती देता हूं कि कांग्रेस का कोई भी एक काम बता दें, जो उन्होंने बाबा साहब आंबेडकर के लिए किया हो। दशकों तक कांग्रेस सत्ता में रही, लेकिन उसने बाबा साहब को 'भारत रत्न'Þ नहीं दिया। आंबेडकर का सपना था, सबको आगे बढ़ने का अवसर देना। भाजपा विभिन्न योजनाओं के जरिये उसे पूरा करने का प्रयास कर रही है। सरकार सामाजिक न्याय व समानता सुनिश्चित कर रही है।'
प्रधानमंत्री ने दिए उदाहरण
-स्टैंडअप व मुद्रा योजनाओं से ओबीसी, एसटी-एसटी और महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण हो रहा है।
-भाजपा के इन सभी श्रेणियों के सबसे ज्यादा सांसद हैं।
-देश में पहली बार अटल सरकार ने एससी-एसटी के लिए अलग मंत्रालय व राष्ट्रीय आयोग बनाया।
-भाजपा की मप्र, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, झारखंड और छत्तीसगढ़ में सरकारें हैं, जहां बड़ी संख्या में एससी-एसटी आबादी है।
-पार्टी पूर्वोत्तर के राज्यों-असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा में भी सत्तारूढ़ है और नगालैंड व मेघालय में गठबंधन सरकारें हैं।
-इससे साबित होता है कि आदिवासी भाजपा का पूरा समर्थन कर रहे हैं।
-कांग्रेस ने ओबीसी आयोग को कभी संवैधानिक दर्जा देने का नहीं सोचा। बल्कि हमेशा इसमें बाधा डाली।
-एससी-एसटी अत्याचार निरोधक कानून को हमने सख्त बनाया। इसमें इस वर्ग के खिलाफ होने वाले अपराध की सूची 22 से बढ़ाकर 47 की।
मोदी को मुझमें दिखता है खतरा, मेरी मां ज्यादा भारतीय: राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरु में पत्रकारों से चर्चा में कहा, 'पीएम मोदी को मुझमें खतरा नजर आता है। वह पीएम पद की महत्वाकांक्षा को लेकर मुझ पर इसलिए हमला बोल रहे हैं कि जनता का ध्यान बंटे। मेरी मां (सोनिया गांधी) इटली मूल की हैं, लेकिन वह कई भारतीयों की तुलना में ज्यादा इंडियन हैं। उन्होंने यहां अपना जीवन गुजारा है। उन्होंने देश के लिए अपना जीवन कुर्बान किया है। यह चुनाव राहुल गांधी का नहीं है। मैं पीएम से निपटना सीख गया हूं।'
ज्ञात हो कि राहुल ने दो दिन पहले 2019 में पीएम बनने की मंशा जताई थी, इस पर मोदी ने उन्हें अपरिपक्व नामदार बताते हुए सवाल किया था कि क्या देश ऐसे नेता को पीएम मंजूर करेगा।
राहुल की दावेदारी:
-मैं पिछले 15 सालों में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और हर धार्मिक स्थल पर गया हूं। बीजेपी को यह अच्छा नहीं लगता।
-मुझे नहीं लगता कि वह सही मायनों में 'हिंदू' टर्म का मतलब जानती है। यह एक दृष्टिकोण है।
-पीएम बताएं कि वह रोहित वेमुला के मुद्दे पर चुप क्यों रहे?
-जब महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं तो कांग्रेस क्यों नहीं बोलेगी? दुष्कर्म एक राजनीतिक मुद्दा है।
-राफेल विमान खरीदी को भाजपा व पीएम ने अच्छी डील बताया था। मैं भी मानता हूं कि यह बहुत अच्छी डील थी, लेकिन पीएम व उनके उद्योगपति मित्रों के लिए।
130 सीटें जीतेंगे, सिद्दरमैया दोनों सीटों पर हारेंगे: शाह
प्रचार समाप्ति से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के चुनाव क्षेत्र बादामी में रैली की। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, इस रोडशो से पता चल रहा है कि कर्नाटक में कैसे नतीजे आने वाले हैं। उन्होंने सिद्दरमैया सरकार को आजाद भारत की सबसे विफल सरकार बताया। साथ ही दावा किया कि 130 सीटें जीतकर भाजपा यहां सरकार बनाएगी। सिद्दरमैया चामुंडेश्वरी और बादामी दोनों सीटों से हार जाएंगे।
पीएम ने 21 तो अमित शाह ने की 59 रैलियां:
-मोदी ने दस दिनों में 21 रैलियां कीं। दो रोडशो भी किये।
-25 लाख से ज्यादा लोगों तक पहुंचे नमो एप के जरिये।
-अमित शाह दिसंबर से 10 मई तक 34 दिन कर्नाटक में रहे।
- गुरुवार तक शाह कुल 30 जिलों में से 29 का दौरा कर चुके थे।
-उन्होंने 57,135 किलोमीटर की यात्रा की। 59 सभाएं कीं तो 25 रोडशो किये।
- विभिन्न वर्गो के प्रतिनिधियों के साथ संपर्क के 39 कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।
-यात्रा के दौरान 33 मंदिरों और मठों में भी गए।
कांग्रेस अध्यक्ष भी पीछे नहीं:
राहुल गांधी ने 10 फरवरी से अब तक कुल 22 दिनों तक कर्नाटक में रहे। दर्जनों रैलियों को संबोधित करने के साथ ही रोडशो भी किया। वह राज्य के सभी जिलों और क्षेत्रों में पहुंचने में सफल रहे।
2013 के चुनाव की दलीय स्थिति
कुल सीटें 224
बहुमत 113
कांग्रेस 122
भाजपा 40
जेडीएस 40
अन्य 22
आखिरकार गुरुवार को कर्नाटक में चुनाव प्रचार का शोर थम गया। शाम पांच बजते ही राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रचार अभियान को समाप्त कर दिया। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 12 मई को मतदान होगा, जबकि चुनाव परिणाम 15 मई को आएगा। कर्नाटक विधानसभा की 223 सीटों पर ही मतदान होगा क्योंकि एक सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निधन की वजह से चुनाव रद्द हुआ है।
प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पत्रकारों से बात की। कांग्रेस ने जहां मोदी सरकार पर आरोप लगाए, वहीं अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार को घेरा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनमें खतरा दिखाई देता है और प्रधानमंत्री बनने की उनकी मंशा जाहिर करने के बाद मोदी का उन पर हमला सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने का तरीका है।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने जीत के लिए पूरा दमखम लगा दिया और एक-दूसरे के वोट बैंक को साधने की कोशिश की। बीजेपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने धुआंधार रैलियां और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। दोनों पार्टियों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं। हालांकि ऑपिनियन पोल्स में त्रिशंकु विधानसभा के आसार जताए गए हैं।
राहुल के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की और राहुल के साथ-साथ सूबे की सिद्धारमैया सरकार पर जमकर निशाना साधा। शाह ने दावा किया कि बीजेपी अकेले दम पर 130 से ज्यादा सीटें जीतकर राज्य में सरकार बनाएगी। शाह ने यह भी दोहराया कि सिद्धारमैया दोनों सीट चामुंडेश्वरी और बादामी से चुनाव हार जाएंगे।
कर्नाटक में 4 करोड़ 96 लाख मतदाता हैं। चुनाव आयोग ने राज्य में 97 फीसद फोटो पहचान पत्र जारी किए हैं। चुनाव में 56 हजार पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। महिलाओं और दिव्यांगों के लिए मतदान का विशेष इंतजाम है। सभी पोलिंग स्टेशनों पर EVM के साथ VVPAT का भी इस्तेमाल होगा। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
राहुल ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाने के लिए मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी मां इतालवी हैं', लेकिन वह अनेक भारतीयों से अधिक भारतीय हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। अमित शाह ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार आजाद भारत की सबसे विफल सरकार है। कर्नाटक में किसानों ने मजबूरी में आत्महत्याएं की है।
उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ जनता में गुस्सा है। कर्नाटक में कानून-व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक का विकास बेंगलुरू के ट्रैफिक की तरह जाम हो गया है।