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अखिलेश, मायावती के प्रस्‍तावित कर्नाटक दौरे को BJP ने बताया-‘पॉलिटिकल टूरिज्‍म’

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आती जा रही है, इसलिए वहां राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 28 Apr 2018 01:32 PM (IST)Updated: Sat, 28 Apr 2018 01:32 PM (IST)
अखिलेश, मायावती के प्रस्‍तावित कर्नाटक दौरे को BJP ने बताया-‘पॉलिटिकल टूरिज्‍म’
अखिलेश, मायावती के प्रस्‍तावित कर्नाटक दौरे को BJP ने बताया-‘पॉलिटिकल टूरिज्‍म’

लखनऊ (प्रेट्र)। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। राज्‍य के हर क्षेत्र में कोई न कोई पार्टी चुनावी कैंपेन कर रही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रमुख भी यहां पहुंच रहे हैं, जिस पर ताना कसते हुए भाजपा की ओर से पॉलिटिकल टूरिज्‍म कहा गया है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर निशाना साधते हुए उत्‍तर प्रदेश के भाजपा ईकाई के प्रवक्‍ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश यादव और मायावती के प्रस्‍तावित कर्नाटक दौरे का उल्लेख राजनीतिक पर्यटन के तौर पर किया है। हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि कर्नाटक में मौजूद भाजपा कार्यकर्ता कैंपेनिंग के लिए उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को चाहते हैं। साथ ही उन्‍होंने यह भी कहा कि चुनाव वाले राज्‍यों में योगी आदित्‍यनाथ की कैंपेनिंग से पार्टी को फायदा हुआ है।

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कर्नाटक में सपा-बसपा का कोई आधार नहीं
त्रिपाठी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा और बसपा दोनों ही जातिगत राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती का कर्नाटक दौरा राजनीतिक टूरिज्‍म है। उन्‍होंने अपने बयान में कहा, ‘इन दोनों पार्टियों का मुख्‍य आधार और उत्‍पत्‍ति उत्‍तर प्रदेश ही है। लेकिन राज्‍य में इनकी स्‍थिति दयनीय है। शुरुआत से ही ये दोनों बुरे वक्‍त का सामना कर रहे हैं। कर्नाटक में इनकी कोई पार्टी संगठन या आधार नहीं है।‘

गुजरात की तरह यहां भी फ्लॉप शो: भाजपा
बसपा पर कमेंट करते हुए उन्‍होंने कहा कि बसपा के संस्‍थापक सदस्‍य पार्टी से निकल रहे हैं, जिसके कारण राष्‍ट्रीय दल के तौर पर इसे अपना अस्‍तित्‍व बचाना मुश्‍किल लग रहा है। सपा की आलोचना करते हुए त्रिपाठी ने कहा, जब से अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव की जगह ली है तब से पार्टी कमजोर हो गयी है। उन्‍होंने आगे कहा, सपा क्षेत्रीय पार्टी है। कर्नाटक में इसका कोई संगठनात्‍मक आधार नहीं है। कर्नाटक में अखिलेश यादव का दौरा गुजरात की तरह फ्लॉप शो साबित होगा।

कर्नाटक में शुरू हो चुकी हैं बसपा की गतिविधियां
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवे गौड़ा की पार्टी जनता दल (सेक्‍यूलर) के साथ समझौता करने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती की पार्टी ने राज्‍य में काम शुरू कर दिया है, इस क्रम में 25 अप्रैल को मैसूर से उन्‍होंने रैलियों का आयोजन शुरू कर दिया था। शनिवार को वे चित्रदुर्गा में रैली को संबोधित करेंगी। इसके बाद 5-6 मई को वेलागावी और बिदार में वे रैलियां कर रही हैं। कर्नाटक में 20 सीटों से बसपा चुनाव लड़ रही है। वहीं सपा प्रवक्‍ता के अनुसार, कर्नाटक में इसके दो दर्जन उम्‍मीदवार हैं। इसलिए ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव राज्‍य का दौरा करेंगे। कांग्रेस शासित प्रदेश कर्नाटक में 224 सीटों के लिए 12 मई को चुनाव आयोजित किया जाएगा। जिसका नतीजा 15 मई को आना है।

3 मई को कर्नाटक में होंगे यूपी के सीएम
उन्‍होंने दावा किया कि मुख्‍यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्‍यनाथ ने पूरे देश को प्रभावित किया है। इसलिए ही भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा योगी के नेतृत्‍व में कैपेन की मांग है। उत्‍तर प्रदेश के भाजपा प्रवक्‍ता शलभमणि त्रिपाठी ने बताया, ‘पार्टी की योजना के अनुसार मुख्‍यमंत्री का व्‍यस्‍ततम कर्नाटक दौरा 3 मई को शुरू होगा और 7 मई तक हर दिन वे रैलियां करेंगे।


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