कांग्रेस मुक्त' भारत के भाजपा के सियासी एजेंडे को ध्वस्त करते हुए कांग्रेस ने दक्षिण भारत के बड़े राज्य कर्नाटक में भारी बहुमत से जीत हासिल कर सूबे की सत्ता में धमाकेदार वापसी की है। इस जीत के साथ ही कांग्रेस ने दक्षिणी राज्यों में सत्ता के अपने सूखे को जहां खत्म कर लिया है, वहीं दक्षिण में भाजपा का इकलौता सियासी दुर्ग उससे छीन लिया है। कर्नाटक में सत्ता विरोधी लहर पर सवार कांग्रेस के सियासी तूफान में भाजपा सरकार के 14 मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष भी चुनाव हार गए।
कांग्रेस की इस बड़ी जीत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने 224 सदस्यीय विधानसभा में 136 सीटें जीती हैं। भाजपा केवल 65 सीटों के आंकड़े के साथ कांग्रेस की संख्या के आधे से भी कम रह गई। कांग्रेस को भारी बहुमत देकर कर्नाटक की जनता ने किंग मेकर की भूमिका में आने के एचडी कुमारस्वामी के जद(एस) के सपने को भी चकनाचूर कर दिया।
Karnataka CM Swearing Ceremony कर्नाटक में सिद्धारमैया ने सीएम पद की शपथ ले ली है। कई दिनों तक सीएम पद लेने को अड़े कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भी आज डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली।
Karnataka New CM सिद्धारमैया आज शपथ लेने के बाद कर्नाटक के नए सीएम बन गए हैं। सिद्धारमैया को सीएम पद सौंप कांग्रेस ने 2024 के चुनाव को साधने की कोशिश की है। आइए जानें क्यों कांग्रेस ने उनके सिर सजाया सीएम का ताज।
दलित और आदिवासी सूबे में परंपरागत रूप से कांग्रेस के साथ रहे हैं और इनके लिए आरक्षित 51 सीटों में से 39 पर कांग्रेस को मिली जीत। एससी की 36 में से 24 सीटें उसे मिली तो एसटी के लिए आरक्षित सभी 15 सीटें कांग्रेस की झोली में आयी...
कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के रूप में पार्टी के दिग्गज नेता सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री पद पर डीके शिवकुमार का नाम तय होने के साथ ही सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारियां तेज हो गई हैं। ऐसे में अतिथियों को न्योता भेजने की प्रक्रि...
एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सिद्धारमैया कर्नाटक के सबसे कद्दावर नेताओं में से एक हैं और पार्टी मुख्यमंत्री का चयन करते समय उनकी लोकप्रियता व वोट जुटाने की क्षमता को नजरअंदाज नहीं कर सकती थी क्योंकि वह अगले लोकसभा चुनावों में ज्य...