अबकी ऐसी बंधी रिश्तों की डोर, देवर-भाभी के साथ ससुर-दामाद और समधियों का जोर Jharkhand Assembly
Jharkhand Assembly election 2019 पांचवीं विधानसभा की बात करें तो इस बार देवर-भाभी भी चुनकर आए हैं तो ससुर-दामाद भी। यहां समधियों की जोड़ी को भी जनता ने विधायक बनाकर भेजा।
रांची, [जागरण स्पेशल]। Jharkhand Assembly election 2019 अबकी बार झारखंड विधानसभा में रिश्तों की भी खूब डोर बंधी है। युवा चेहरों के साथ जहां परिवार की विरासत बचाने को मैदान में उतरे रणबांकुरों को जनता का संबल मिला है, वहीं कई नजदीकी संबंध भी सत्तापक्ष और विपक्ष की कसौटी पर परखे जाएंगे। पांचवीं विधानसभा की बात करें तो इस बार देवर-भाभी भी चुनकर आए हैं, तो ससुर-दामाद भी। यहां समधियों की जोड़ी को भी जनता ने विधायक बनाकर पांच साल तक सेवा का मौका दिया है। झारखंड चुनाव में झामुमो को 30, भाजपा को 25, कांग्रेस को 16, जेवीएम को 3, राजद को एक सीट मिली है। झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बन रहे हैं।
इस बार चुने गए विधायकों में देवर-भाभी के रूप में हेमंत सोरेन और उनकी भाभी सीता सोरेन विधानसभा में जनता का प्रतिनिधत्व कर रहे हैं। हेमंत दुमका और बरहेट दो सीटों से चुने गए हैं। जबकि शिबू सोरेन परिवार की बहू सीता सोरेन झामुमो के टिकट पर जामा से चुनी गई हैं। 2009 और 2014 में भी देवर-भाभी की यह जोड़ी विधानसभा तक पहुंचने में कामयाब रहीं।
ससुर-दामाद की जोड़ी के रूप में मथुरा महतो और जेपी पटेल को अबकी चुनाव में जनता ने जीत से नवाजा है। ये दोनों विधायक दो पार्टियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर मथुरा महतो टुंडी से निर्वाचित हुए हैं। जबकि उनके दामाद जयप्रकाश पटेल भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मांडू से विधायक चुने गए हैं। झामुमो के संस्थापक सदस्यों में शुमार टेकलाल महतो के बेटे जेपी पटेल ने चुनाव के पहले झामुमो छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी।
पांचवीं झारखंड विधानसभा में जनता-जनार्दन ने दो समधियों को भी जीत का सेहरा पहनाया है। हुसैनाबाद से राकांपा के टिकट पर चुनाव जीते कमलेश सिंह और बेरमो से कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक राजेंद्र सिंह आपस में समधी के रिश्ते में बंधे हैं। कमलेश सिंह की बेटी राजेंद्र सिंह की बहू हैं। इससे पहले भी ये दोनों समधी झारखंड विधानसभा की शोभा बढ़ा चुके हैं।
पति योगेंद्र साव, पत्नी निर्मला देवी के बाद अब बेटी अंबा प्रसाद भी बनीं विधायक
झारखंड विधानसभा में इस बार एक परिवार से तीसरा विधायक चुनकर आया है। पति योगेंद्र साव, पत्नी निर्मला देवी के आद अब इस दंपती की बेटी अंबा प्रसाद बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को बचाने आगे आई अंबा पेशे से झारखंड हाई कोर्ट में एडवोकेट हैं। कांग्रेस के टिकट पर जीती अंबा प्रसाद को इस बार सबसे कम उम्र की विधायक बनने का गौरव हासिल हुआ है।