Jharkhand Assembly Election 2019: सुख भरे दिन बीते रे भइया...
Jharkhand Assembly Election 2019. भइया ने अपना घर ऐसे वक्त बदल लिया जब उन्हें छत की सर्वाधिक जरूरत थी। नए घर में भी चैन नहीं मिल रहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - जैसा नाम वैसा काम। बड़े भाई सबको सुख बांटते थे। किसी को निराश नहीं किया। अपने लोग उनकी उपलब्धियों पर नाज भी करते थे, लेकिन किसी की नजर लग गई। कहते हैं अपनों ने ही उन्हें ऐसी सलाह दे दी कि मुसीबत घर कर गई। भइया तो भइया, अब भाभी भी चिंतित हैं। दरअसल, भइया ने अपना घर ऐसे वक्त बदल लिया जब उन्हें छत की सर्वाधिक जरूरत थी।
नए घर में भी चैन नहीं मिल रहा है। मालिक मकान ने अपने पुराने दोस्त से रिश्ता निभाते हुए इनका बिजली-पानी बंद कर दिया। अब यह रिस्क तो इन्होंने खुद ही लिया था। परमानेंट दुश्मन के दोस्त के घर आसरा ढूंढऩे गए थे तो निश्चित तौर पर खतरे को भांप कर गए होंगे।
हालांकि अभी भी घबराने की बात नहीं है, लेकिन यह तो तय होता दिख रहा है कि अब सुख भरे दिन बीत रहे हैं। खुद सुखी नहीं होंगे तो दूसरों को सुख देंगे कैसे। सुख देंगे नहीं तो लोग सुख-देव कहेंगे क्यों भला। अब तो जैसा नाम वैसा काम कहने में भी लोग गुरेज कर रहे हैं और पुराने घर के मालिक तो यही रट रहे हैं कि जैसी करनी वैसी भरनी।