Jharkhand Election 2019: फल वाले साहब को फूल की चुनौती...हाथ भी दो-दो हाथ की तैयारी में
Jharkhand Assembly Election 2019 इस बार देखना है कि हाथ मजबूत निकलता है कि फूल के कांटों से उसे लहूलुहान होना पड़ता है।
रांची, राज्य ब्यूरो। खाकी की नौकरी छोड़ फल की टोकरी माथे पर लेकर साहब निकल चुके हैं। द्वार-द्वार घूम रहे हैं और जोर-जोर से आवाज लगा रहे हैं मीठे-ताजे फल हैं ले लो। जहां अपने हैं, वहां के लोग उनके फल का स्वाद तो चख रहे हैं, लेकिन जिस इलाके में साहब फल बेचने निकले हैं, वहां फूलों की बगिया उन्हें बढऩे नहीं दे रही है। एक दशक से क्षेत्र में महक रही फूलों की बगिया को नेस्तानाबूद करने के लिए कुछ हाथ बढ़े हैं। इसके लिए दो-दो हाथ करने को तैयार हैं।
अब देखना है कि 2005 में जिन हाथों ने सबको पछाड़ा था, उन्हें 2009 व 2014 में फूलों के कांटे आगे जाने से रोक दिए थे। इस बार देखना है कि हाथ मजबूत निकलता है कि फूल के कांटों से उसे लहूलुहान होना पड़ता है। या फिर इन दोनों के बीच फलों की टोकरी लिए साहब सुरखाब का पर लगाकर छलांग लगा पाते हैं। यह तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन सभी जोर आजमाइश में जुटे हुए हैं।
चुनाव तक हटाया गया शिक्षा मंत्री के साथ घूमने वाला क्लर्क
आचार संहिता लागू होने के बावजूद शिक्षा मंत्री नीरा यादव के आवास पर नियमित रूप से जाने तथा उनके साथ चुनाव प्रचार में घूमने वाले क्लर्क धर्मेंद्र कुमार को विधानसभा चुनाव तक के लिए कोडरमा से हजारीबाग भेज दिया गया है। कोडरमा के जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में कार्यरत इस क्लर्क की प्रतिनियुक्ति चुनाव तक जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय, हजारीबाग में कर दी गई है।
शिक्षा विभाग के आदेश के आलोक में उपायुक्त के आदेश पर क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, उत्तरी छोटानागपुर ने यह कार्रवाई की है। विभाग को धर्मेंद्र कुमार के विरुद्ध शिक्षा मंत्री के घर नियमित रूप से जाने तथा उनके साथ चुनाव प्रचार में घूमने की शिकायत मिली है। शिकायत में यह भी कहा गया था कि क्लर्क की पत्नी शिक्षिका मधु सिंह भी मंत्री के साथ देखी जा रही हैं।