Jharkhand Assembly Election 2019: JMM के गढ़ में ही हेमंत को घेरने की BJP की रणनीति तैयार, PM Modi करेंगे अंतिम वार
अंतिम चरण में चुनाव प्रचार के लिए सभी राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों और रणनीतिकारों के संताल की ओर रुख करने से इस इलाके में अब चुनाव प्रचार से कुछ ज्यादा होना तय है।
धनबाद, जेएनएन। Jharkhand Assembly Election 2019 के चाैथे चरण का शनिवार 14 दिसंबर को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया है। इसके बाद चाैथे चरण में प्रचार में डटे सभी राजनीतिक दलों के तमाम स्टार प्रचारक और रणनीतिकार पांचवे चरण वाले क्षेत्रों में शिफ्ट कर गए। पांचवे और अंतिम चरण में 20 दिसंबर को झारखंड के संताल की 16 सीटों पर मतदान होना है। यह इलाका झारखंड मुक्ति मोर्चा का मजबूत आधार वाला क्षेत्र है। इसी क्षेत्र के दो विधानसभा सीट- दुमका और बरहेट से झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी हेमंत सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं।
अंतिम चरण में चुनाव प्रचार के लिए सभी राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों और रणनीतिकारों के संताल की ओर रुख करने से इस इलाके में अब चुनाव प्रचार से कुछ ज्यादा होना तय है। सीधे कहें तो संताल में अब प्रचार नहीं प्रचार युद्ध होगा। भाजपा ने हेमंत सोरेन को उनके इलाके में ही घेरने की रणनीति तैयार की है। 2014 में भी मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन ने दो सीटों- दुमका और बरहेट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। हेमंत सोरेन अपनी सीटिंग सीट दुमका से चुनाव हार गए थे। भाजपा की लुईस मरांडी ने हेमंत को शिकस्त दी। भाजपा सरकार बनी तो लुईस को मंत्री बनाकर हाैसलाअफजाई की गई। हालांकि बरहेट से चुनाव जीतने में सफल रहे। अबकी बार भी हेमंत एक सीट के बजाय दो सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इसे लेकर भाजपा हमलावर है। हेमंत का दुमका में फिर भाजपा की लुईस मरांडी से सामना है। जबकि बरहेट में हेमंत के सामने भाजपा ने सिमोन मालतो को प्रत्याशी बनाया है। लुईस मरांडी और सिमोन मालतो दोनों प्रचार में हेमंत सोरेन पर हार के डर से दो सीट से चुनाव लड़ने का आरोप लगा रहे हैं।
प्रचार के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संताल में दो दिन का समय देंगे। वे 15 को दुमका में भाजपा प्रत्याशी लुईस मरांडी तो 17 को बरहेट में सिमोन मालतो के समर्थन में जनसभा करेंगे। इस दाैरान मोदी के साथ मंच पर संताल के दूसरे क्षेत्र के प्रत्याशी भी उपस्थित रहेंगे। एक तरह से चुनाव प्रचार खत्म होने के एक दिन पहले 17 दिसंबर को मोदी झारखंड में भाजपा की सत्ता को बनाए रखने के लिए अंतिम जोर लगाएंगे। 17 को बरहेट के भोगनाडीह में मोदी की सभा रखी गई है। भोगनाडीह का ऐतिहासिक और संतालों के लिए भावनात्मक महत्व है। भोगनाडीह हूल विद्रोह के नायक-बंधुओं सिद्धो-कान्हो की जन्मस्थली है। झारखंड प्रदेश भाजपा के महामंत्री अनंत ओझा कहते हैंं-केंद्र की नरेंद्र मोदी और झारखंड की रघुवर सरकार ने पांच साल में संताल के विकास के लिए जितना कुछ किया है पिछले 70 साल में नहीं हुआ। संताल और संताल के लोगों को झामुमो-कांग्रेस ने सिर्फ छलने का काम किया है। अबकी चुनाव में ज्यादातर सीटों पर भाजपा की जीत होगी। झामुमो-कांग्रेस गठबंधन का सफाया होगा।