Jharkhand Assembly Election 2019: इनके जज्बे से ही जिंदा है लोकतंत्र... पति की शवयात्रा से पहले किया मतदान
रेणु देवी ने बताया कि उनके पति ने भी अपने जीवनकाल में हमेशा मतदान किया। उनसे सीख लेकर ही उन्होंने भी मतदान करना जरूरी समझा। वे कारो कोयला साइडिंग में मजदूरी करती हैं।
बेरमो [एमामुल होदा]। लोकतंत्र की मशाल यूं ही नहीं रोशन है। लोग जब चुनावी यत्र में अपने-अपने हि्ससे की आहुती देते हैं तो लोकतंत्र चलता और मजबूत होता है। इसकी ताजा मिसाल बनी हैं रेणु देवी। उन्होंने बगैर कुछ बोले अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य से लोकतंत्र में मताधिकार के महत्व को अच्छे-अच्छों को बता दिया है।
दरअसल, झारखंड विधानसभा चुनाव- 2019 के तीसरे चरण गुरुवार, 12 दिसंबर को बेरमो विधानसभा क्षेत्र में मतदान था। कारो बस्ती की वृद्धा रेणु देवी के पति ईश्वर करमाली (63) की मौत बुधवार की रात ठंड लगने से हो गई थी। इस कारण पूरा परिवार शोक में डूबा था। गम में डूबे होने के बावजूद गुरुवार की अहले सुबह रेणु ने सबसे पहले लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मध्य विद्यालय कारो स्थित बूथ संख्या 87 में जाकर मतदान किया। इसके बाद घर लौट आईं। बाद में उनके पति के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
इस दौरान रेणु ने कहा कि जो लोग वोट नहीं डालते, उन्हें सरकार को भला-बुरा कहने का कोई अधिकार नहीं है। सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए, ताकि अच्छा जनप्रतिनिधि चुना जा सके। मतदान करना लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी है। वोट का प्रयोग हर हाल में करना चाहिए।
वृद्धा ने बताया कि उनके पति ने भी अपने जीवनकाल में हमेशा मतदान किया। उनसे सीख लेकर ही उन्होंने भी मतदान करना जरूरी समझा। रेणु देवी कारो कोयला साइङ्क्षडग में मजदूरी करती हैं। लोकतंत्र के प्रति अपना फर्ज निभाने के लिए क्षेत्र में उनकी खूब सराहना हुई।