Jharkhand Assembly Election 2019: प्रभावी नेताओं को संगठन में जिम्मेदारी दे रहा झामुमो
Jharkhand Mukti Morcha. आस्तिक महतो और सुखराम उरांव केंद्रीय सचिव बनाए गए हैं। इधर सोमवार से झामुमो का चुनाव अभियान साहिबगंज से शुरू हो रहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - चुनाव के मद्देनजर संगठन को धार देने में जुटे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के शीर्ष नेतृत्व ने अब प्रभावी नेताओं को जिम्मेदारी देने का सिलसिला आरंभ किया है। इसके तहत जमशेदपुर के आस्तिक महतो और चक्रधरपुर के पूर्व विधायक सुखराम उरांव केंद्रीय समिति में सचिव मनोनीत किए गए हैं। रविवार को JMM केंद्रीय समिति के महासचिव विनोद पांडेय ने इस बाबत आधिकारिक अधिसूचना जारी की। दोनों को निर्देश दिया गया है कि संगठन के विस्तार में अपना सक्रिय योगदान दें।
आस्तिक महतो अरसे से झारखंड मुक्ति मोर्चा में सक्रिय हैं। बीते लोकसभा चुनाव में इनका झामुमो से टिकट मिलना लगभग तय था। लेकिन, अंतिम वक्त में शीर्ष नेतृत्व ने केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपाई सोरेन पर दांव लगाया। यह प्रयोग सफल नहीं हुआ। कहा जाता है कि अगर आस्तिक महतो को झामुमो ने उम्मीदवार बनाया होता, तो वे परिणाम को प्रभावित कर सकते थे। इसी प्रकार, सुखराम उरांव पश्चिम सिंहभूम में प्रभावी हैं। वे चक्रधरपुर के विधायक रह चुके हैं।
बदली राजनीतिक परिस्थितियों में उन्होंने पहले दल छोड़ दिया था। अब संगठन ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है। कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां में झारखंड मुक्ति मोर्चा का खासा प्रभाव है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां की 14 विधानसभा सीटों में से सात सीटों पर झामुमो ने कब्जा किया था। पश्चिम सिंहभूम में तो भाजपा का खाता तक नहीं खुल पाया था। इसे ध्यान में रखते हुए झामुमो ने अपने मजबूत किले कोल्हान में प्रमुख सिपहसालारों को तैनात किया है, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में बेहतर परिणाम हासिल किया जा सके।
आज से झामुमो की बदलाव यात्रा, शुरुआत साहिबगंज से
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अब सारा ध्यान जिलों में होने वाली बदलाव रैलियों पर केंद्रित किया है। इसकी शुरुआत 26 अगस्त से साहिबगंज से होगी। इसके बाद लगातार पाकुड़, दुमका, जामताड़ा, गोड्डा और देवघर में रैलियां होंगी। दूसरे चरण में रैलियों की शुरुआत तीन सितंबर से बोकारो से होगी, जो लगातार धनबाद, गिरिडीह, कोडरमा, चतरा और हजारीबाग में आठ सितंबर तक होगी। इन रैलियों के मार्फत झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भी जायजा लेंगे।
यात्रा से पूर्व हेमंत सोरेन ने जारी किया संदेश
बदलाव रैलियों के लिए पूरे राज्य की यात्रा पर निकलने से पूर्व झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने रविवार को संदेश जारी किया। इसमें उन्होंने रैलियों की प्रासंगिकता बताते हुए कहा कि लोगों से मिलने-जुलने और उनके सुझावों से अवगत होने का यह बेहतर मौका होगा। पूरे राज्य से इस बाबत उन्हें उत्साहजनक संदेश मिल रहे हैं। लोग अपनी बातें रखना चाहते हैं, सलाह देना चाहते हैं। कार्य की व्यस्तता के दौरान यह संभव नहीं हो पाता है। बदलाव रैलियों के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों से रूबरू होने की कोशिश होगी। लोगों के सुझाव अहम हैं।