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Jharkhand Election 2019: DGP ने पांच राज्‍यों के पुलिस अफसरों संग किया मंथन, सभी चेक पोस्ट पर होगी गहन चेकिंग

Jharkhand Assembly Election 2019 झारखंड विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण व पारदर्शी बनाने के लिए सीमावर्ती राज्यों के सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ डीजीपी ने बैठक की।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 07:43 PM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 07:43 PM (IST)
Jharkhand Election 2019: DGP ने पांच राज्‍यों के पुलिस अफसरों संग किया मंथन, सभी चेक पोस्ट पर होगी गहन चेकिंग
Jharkhand Election 2019: DGP ने पांच राज्‍यों के पुलिस अफसरों संग किया मंथन, सभी चेक पोस्ट पर होगी गहन चेकिंग

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 झारखंड से सटे दूसरे राज्यों की सीमा पर बने 150 से अधिक चेक पोस्ट पर गहन चेकिंग होती रहेगी। इसमें पड़ोसी राज्य के पुलिस अधिकारी भी पूरा सहयोग करेंगे। झारखंड विधानसभा चुनाव-2019 में किसी तरह की कोई बाधा न हो, इसका पड़ोसी राज्य की पुलिस भी पूरा ख्याल रखेगी। यह निर्णय झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व विभिन्न मसलों पर शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित इंटर स्टेट पुलिस समन्वय समिति की बैठक में लिया गया। मौके पर बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा व उत्तर प्रदेश की सीनियर पुलिस अफसर मौजूद थे।

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बैठक की अध्यक्षता कर रहे डीजीपी कमल नयन चौबे ने सभी राज्यों के अधिकारियों से खुफिया तंत्र को सशक्त बनाने व प्राप्त सूचनाओं को एक-दूसरे से साझा करने पर जोर दिया, ताकि संयुक्त रूप से अभियान चलाया जा सके। राज्य के संबंधित सीमावर्ती क्षेत्रों के एसएसपी, एसपी को चेक पोस्ट चिह्नित कर समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। खासकर झारखंड में हाल में हुई नक्सली घटनाओं को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में भी औचक जांच करने का सुझाव दिया। बैठक में राज्यों के सीमावर्ती नक्सल क्षेत्रों में चरणबद्ध व समयबद्ध तरीके से नक्सलियों के खात्मे की रूपरेखा की जानकारी एक-दूसरे से साझा करने पर भी जोर दिया गया।

बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा व उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ सहयोग व नक्सलियों पर शिकंजा कसने के लिए संयुक्त अभियान चलाने के मुद्दे पर डीजीपी ने मार्गदर्शन भी दिया। बताया गया कि नक्सलियों की मौजूदा रणनीति को देखते हुए सतर्कता के साथ सूचनातंत्र को सशक्त बनाकर कारगर प्रहार किया जाय। नक्सल विरोधी अभियान में सीआरपीएफ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, स्थानीय पुलिस की क्षमता को भी बढ़ाना है। इसके लिए सीमावर्ती राज्यों के पुलिस पदाधिकारी विशेष कर एसएसपी, एसपी, एएसपी अभियान, डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानेदार के स्तर पर आपसी समन्वय बैठक किए जाते रहने चाहिए। ऐसा करने से सटीक सूचनाओं पर पड़ोसी राज्यों के साथ आपसी समन्वय बनाकर कारगर अभियान चल सकेगा।

आइजी अभियान ने सभी अतिथियों को स्मृतिचिह्न देकर किया सम्मानित

समन्वय बैठक में आइजी अभियान साकेत कुमार सिंह ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। उन्होंने राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चलाए जा रहे अभियानों की चर्चा व इससे संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर जानकारियां भी उपलब्ध कराईं।

बैठक में शामिल होने दूसरे राज्यों के ये अधिकारी पहुंचे

ब ठक में शामिल होने आइजी अभियान बिहार सुशील खोपड़े, आइजी पश्चिम बंगाल पश्चिमी प्रक्षेत्र राजीव मिश्रा, आइजी सरगुजा छत्तीसगढ़ केसी अग्रवाल, डीआइजी मिर्जापुर उत्तर प्रदेश पियुष श्रीवास्तव, डीआइजी पश्चिमी क्षेत्र राउरकेला ओडिशा कविता जालान पहुंचे थे। अधिकारियों ने झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य को नक्सली अभियानों में पूरा सहयोग देने पर सहमति दी।

बैठक में झारखंड के ये अधिकारी भी रहे मौजूद

एडीजी विशेष शाखा अजय कुमार सिंह, एडीजी ऑपरेशन मुरारी लाल मीणा, आइजी सीआरपीएफ संजय आनंद लाटकर, आइजी मानवाधिकार नवीन कुमार सिंह, आइजी दुमका प्रक्षेत्र रंजीत प्रसाद, आइजी ऑपरेशन साकेत कुमार सिंह व एसपी अभियान मोहम्मद अर्शी।


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