Jharkhand Assembly Election 2019: भाजपा का तंज, कांग्रेस को गणतंत्र नहीं गन-तंत्र पर है विश्वास
Jharkhand Assembly Election 2019. कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी की पिस्तौल लहराने की घटना को भाजपा ने मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी की पिस्तौल लहराने की घटना को भाजपा ने मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने इस प्रकरण को कांग्रेस के चरित्र से जोड़ा तो रविवार को प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि कांग्रेस को गणतंत्र नहीं बल्कि गन-तंत्र पर विश्वास है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस को अपनी पार्टी का नाम आइएनसी से बदलकर आइपीसी कर देना चाहिए, जहां पी का मतलब पिस्टलधारी हो।
कल पूरे वैश्विक स्तर पर कांग्रेस ने अपनी बदनामी करा दी। पूर्व मंत्री रहे कांग्रेस के प्रत्याशी पिस्टल लहराते हुए बूथ पर घूम रहे थे। प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता यह दलील दे रहे हैं कि आत्मरक्षा के लिए पिस्टल निकाला था। इन कांग्रेस के नेताओं को बेसिक कानून का ज्ञान होना चाहिए। रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपुल एक्ट 1951 का 134 (बी) साफ कहता है कि रिटर्निंग अफसर, प्रिसाइडिंग अफसर या पुलिस अधिकारी के अतिरिक्त कोई दूसरा व्यक्ति हथियार लेकर पोलिंग स्टेशन के नजदीक भी नहीं जा सकता।
134 (बी) के सेक्शन टू में लिखा है कि अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसकी गिरफ्तारी हो सकती है और उसको दो वर्ष तक की सजा और फाइन दोनों हो सकता है। प्रतुल ने कहा कि निहत्थी भीड़ पर केएन त्रिपाठी अपने बॉडीगार्डों को पोजीशन लेकर गोली चलाने की बात कह रहे थे। यह कांग्रेस की सामंती प्रवृत्ति को दिखाता है। सामने भीड़ खड़ी थी जिसके हाथ में डंडा भी नहीं था। यह पूरा वाकया बताता है कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। आश्चर्यजनक रूप से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने न तो अभी तक केएन त्रिपाठी पर कार्रवाई की है, और न ही उनको पार्टी से निकाला है।