Jharkhand Assembly Election 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धनबाद में चुनावी भाषण की पांच अहम बातें
कांग्रेस को पता है कि उनको दलित वंचितों आदिवासियों ने ठुकरा दिया है। इसलिए एक वोट बैंक उनको अपना आखिरी सहारा दिख रहा है। इसलिए नागरिकता संशोधन विधेयक पर झूठ फैलाया जा रहा है।
धनबाद [जागरण स्पेशल]। Jharkhand Legislative Assembly Election 2019 के चुनाव प्रचार के रण में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाैथी बार उतरे। एक तरफ जब झारखंड विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 17 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान चल रहा था तो दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी धनबाद के बरवाअड्डा स्थित हवाईपट्टी पर आयोजित भाजपा की विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस, झामुमो और राजद गठबंधन पर हमले कर रहे थे। लोकसभा और राज्यसभा में नागरिक संशोधन विधेयक पारित होने के बाद जारी हिंसा के मद्देनजर मोदी ने धनबाद से ही असम और नॉर्थ ईस्ट के लोगों को साधने की कोशिश की। धारा- 370 को खत्म करने और अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि विवाद को समाप्त कराने का श्रेय लेते हुए आश्वस्त किया कि वे जनता की हर समस्याओं को समाधान करेंगे। मोदी और भाजपा पर विश्वास कीजिए और चुनाव में कमल के बटन को दबाकर साथ दीजिए।
- आइए, धनबाद में मोदी के भाषण की दस अहम बातें जानते हैंः-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धनबाद में करीब 50 मिनट तक भाषण दिए। प्रधानमंत्री के भाषणों में जो नया विषय था वह-नागरिक संशोधन विधेयक। इस पर मोदी खुलकर और देर तक बोले। एक तरह से यह साफ हो गया कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि विवाद और जम्मू कश्मीर में धारा- 370 का मामला सलट जाने के बाद अब भाजपा के चुनावी एजेंडे नागरिक संशोधन विधेयक शामिल हो गया। इसे हथियार बनाकर भाजपा आने वाले दिनों में कांग्रेस और विरोधी दलों पर हमले और तेज करेगी। कांग्रेस को घेरते हुए भीड़ से मुखातिब मोदी ने कहा-आप पुराने अखबार निकालकर देखिए। हर चुनाव के पहले कांग्रेस के किसी न किसी नेता या इकाई ने य बयान दिया है कि कांग्रेस की सरकार बनेगी तो बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए विस्थापितों को नागरिक अधिकार देंगे। हिंदू को देंगे, सिख को देंगे, लेकिन आपने देखा कि कैसे वे संसद में फिर पलट गए।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिक संशोधन विधेयक के बहाने मुस्लिमों को भी साधने की कोशिश की। कहा-वे कांग्रेस के झांसे में नहीं आए। नागरिकता के कानून में हुए संशोधन का भारत के मुस्लिम नागरिकों से कोई लेना-देना नहीं है। इस देश के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और मुसलमान का इस कानून से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन कांग्रेस और सहयोगी दल लोगों से झूठ बोले जा रहे हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगियों को पता है कि उनको दलित, वंचितों, आदिवासियों ने ठुकरा दिया है। इसलिए एक वोट बैंक उनको अपना आखिरी सहारा दिख रहा है। इसके लिए वे देश के करोड़ों मुस्लिमों से झूठ बोल रहे हैं, छल कर रहे हैं- आज जब लाखों गरीब, प्रताड़ित, वंचित, शोषित, दलित, सिख, ईसाई परिवारों को भाजपा ने अपने वादे के अनुसार पाकिस्तान और बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर आने वाले लोगों को नागरिकता देने का कानून बनाया, तो कांग्रेस पार्टी उसका भी विरोध कर रही है। आप बताइए भाइयों, बहनों! उनको न्याय मिलना चाहिए कि नहीं?
- झारखंड विधानसभा चुनाव के चाैथे चरण में धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और देवघर जिले में 16 दिसंबर को मतदान है। इस क्षेत्र के मतदाताओं को प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के काम के बदाैलत यह साबित करने की भरसक कोशिश की कि कांग्रेस ने कुछ नहीं किया है। पांच साल में भाजपा सरकार ने बहुत कुछ किया है। उन्होंने कहा-कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने अगर धनबाद, देवघर और झारखण्ड को कुछ दिया है, तो वो है - धूल, धुआं और धोखा। यहां से कोयला निकलता रहा, लेकिन यहां की जनता को प्रदूषण में छोड़ दिया गया, सुविधाओं के अभाव में छोड़ दिया गया। जब आपने दिल्ली और रांची में भाजपा सरकार बनाई तब जाकर डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बना। जिसका फायदा यहां से निकलने वाले कोयले की आय का एक हिस्सा यहीं पर खर्च होने लगा है। उन्होंने सिंदरी में बन रहे खाद कारखाना, देवघर में एम्स और इंटरनेशनल हवाईअड्डा निर्माण का जिक्र कर जता दिया कि यह सब डबल इंजन की सरकार के कारण ही हो रहा है। उन्होंने बताया कि आज पूरा हिंदुस्तान भाजपा पर विश्वास क्यों करता है? ये भरोसा इसलिए है क्योंकि भाजपा ही है, जो संकल्प लेने के बाद उसे सिद्ध भी करती है। जो वादा हम देश के लोगों से करते हैं, उस पर पूरी ईमानदारी से अमल करते हैं। झारखंड में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास से सरकार तभी चल पाएगी, जब यहां सरकार भाजपा की होगी। क्योंकि भाजपा जो संकल्प लेती है, उसे सिद्ध भी करती है। जो हम कह रहे हैं, उसको हम करके रहेंगे। फिर से झारखंड में सरकार बनी तो और विकास होगा।
- सबका साथ-सबका विकास एक तरह मतलब समझाते हुए प्रधानमंत्री ने सभी वर्गों को एक साथ साधने की कोशिश की। सबसे पहले आर्थिक रूप से पिछड़े अगड़ी जाति को साधते हुए कहा कि भाजपा ने गरीब के हित में सामान्य वर्ग के गरीबों को भी दस प्रतिशत आरक्षण दे दिया है। सामान्य वर्ग के गरीबों को भी न्याय मिला। यह हमारी राष्ट्रनीति है। सामान्य वर्ग केे गरीब परिवारों को आरक्षण मिले, हर परिवार से ये मांग उठती थी। सामान्य वर्ग का हर गरीब सालों से मांग कर रहा था, आंदोलन कर रहा था। लेकिन कांग्रेस जायज मांगों को भी दबाती रही, लटकाती रही। ये कांग्रेस और उसके सहयोगियों की स्वार्थनीति का परिणाम था। एससी-एसटी को साधते हुए कहा कि लोग झूठ फैलाते रहते हैं कि मोदी आएगा, भाजपा आएगी तो आरक्षण जाएगा। अभी संसद में हमने एससी/एसटी के लिए आरक्षण का दस साल बढ़ाने का निर्णय किया है। यह हमारी राष्ट्रनीति का हिस्सा है। आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाने की मांग भी दशकों से चल रही थी लेकिन इसको पूरा करने का काम भी जब अटल जी की भाजपा की सरकर बनी तब कर पाए। उसके पहले कांग्रेस को आदिवासी समाज की परवाह नहीं थी। पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया गया है।
- झारखंड का धनबाद, बोकारो, गिरिडीह औ देवघर प. बंगाल का सीमावर्ती क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बंगाली रहते हैं। यहां अच्छी संख्या में लोग बांग्ला भाषा की ही प्रयोग करते हैं। उनका रहन-सहन भी बंगालियों जैसा ही है। इन सभी को साधने के लिए मोदी ने भाषण की शुरूआत बांग्ला भाषा में अभिवादन करते हुए किया। कहा-आमरा कोयलांचल के लोग भालो वासा। झारखंड-प. बंगाल की सीमा स्थित मां कल्याणेश्वरी को प्रणा्म कर भाषण को आगे बढ़ाया।