Jharkhand Assembly Election 2019: सोशल मीडिया में हो रहा भाजपा टिकट का फैसला, विधायक समर्थक की पिटाई
भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमलेश सिंह सांसद पीएन सिंह के पुत्र प्रशांत सिंह जियाडा के स्वतंत्र निदेशक सत्येंद्र कुमार अमरेश सिंह संजीव अग्रवाल दावेदार हैं।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही चहुंओर टिकट की ही चर्चा हो रही है। धनबाद विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के टिकट के करीब आधा दर्जन दावेदार खड़े हो गए हैं। जबकि यहां से भाजपा के सिटिंग विधायक हैं राज सिन्हा। इस कारण भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच कड़वाहट बढ़ने लगा है। शनिवार को विधायक सिन्हा के समर्थक अमित सिन्हा को एसएसपी कार्यालय के सामने बुलाकर पिटाई कर दी गई। इस घटना के बाद भाजपा की अंदरूनी राजनीति सड़क पर आ गई है।
सब मान रहे असली लड़ाई तो टिकट हैः धनबाद शहरी विधानसभा क्षेत्र है। 2009 के विधानसभा चुनाव को छोड़कर 1995 से यहां भाजपा का कब्जा है। फिलहाल राज सिन्हा विधायक हैं। जितने दावेदार हैं उन्हें लग रहा है कि असली लड़ाई टिकट की है। टिकट मिल गया तो बैठे-बैठे विधाक बन जाएंगे। दावेदारों में भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमलेश सिंह, सांसद पीएन सिंह के अधिवक्ता पुत्र प्रशांत सिंह, जियाडा के स्वतंत्र निदेशक सत्येंद्र कुमार, अमरेश सिंह, संजीव अग्रवाल, रमा सिन्हा, जिला परिषद सदस्य प्रियंका पाल प्रमुख हैं। सोशल मीडिया में टिकट को लेकर जैसे ही किसी के समर्थक की तरफ से कुछ पोस्ट किए जाते हैं विरोधी हल्ला बोल देते हैं। टिप्पणी को देखकर ऐसा लगता ही नहीं है कि सब भाजपा जैसे संस्कारित और अनुशासित पार्टी के कार्यकर्ता हैं। एक-दूसरे को दलाल और कुकर जैसी उपमा से आच्छादित करने में जरा भी संकोच का भाव प्रकट नहीं होता।
एसएसपी कार्यालय के सामने चले लात-घूंसेः ताजा विवाद क्रीड़ा भारती से जुड़े अमरेश सिंह की टिकट की दावेदारी से जुड़ा है। उनकी दावेदारी को लेकर सोशल मीडिया में विधायक राज सिन्हा के समर्थक की तरफ से अभ्रद कमेंट पास किया गया। इस विवाद में सांसद पीएन के समर्थक भी कूद पड़े। बात इतनी आगे बढ़ गई की भाजयुमो जिलाध्यक्ष की टीम में शामिल पदाधिकारियों ने विधायक समर्थक अमित सिन्हा को मोबाइल पर फोन कर एसएसपी कार्यालय के सामने बुलाया। सिन्हा के पहुंचने पर तू-तू मैं-मैं से बात शुरू हुई। मामला मारपीट तक पहुंच गया। इसे लेकर धनबाद भाजपा की राजनीति गरमा गई है।
मारपीट की थाना में शिकायत नहींः एसएसपी कार्यालय और धनबाद थाना के सामने मारपीट के बावजूद पुलिस में किसी तरह की दोनों पक्ष से शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। अमित सिन्हा ने बताया कि वह भाजपा के खिलाफ लिखते हैं इस कारण उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमलेश सिंह और उनके साथियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। हालांकि अमलेश सिंह ने घटना से इन्कार किया है। उन्होंने कहा कि अमित फेसबुक पर हमेश अभद्र टिप्पणी करते रहते हैं। भाजयुमो पदाधिकारियों के खिलाफ भी टिप्पणी की थी। सिन्हा के साथ मारपीट की उन्हें जानकारी नहीं है।