संधोल वासियों ने अनदेखी पर किया मतदान का बहिष्कार
चुनाव बहिष्कार समिति के अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि विकास के नाम पर क्षेत्र की जनता को सभी राजनीतिक दलों ने सब्जबाग दिखाए।
मंडी, संवाद सहयोगी। संधोल वासियों ने क्षेत्र की अनदेखी पर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया। शुक्रवार को क्षेत्र के मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। मात्र एक ही मतदाता ने यहां पर मतदान किया। संधोल मतदान केंद्र में कुल 539 मतदाता हैं।
इनमें से एक मतदाता ने अपने मत का प्रयोग किया। शेष मतदाताओं ने चुनाव से किनारा किया। क्षेत्र की लगातार हो रही उपेक्षा से ग्रामीण नाराज हैं। खस्ताहाल सड़कें व नेताओं के विकास के झूठे दावों से तंग आकर लोगों ने इस बार मतदान नहीं किया। करीब छह माह पहले ही मतदाताओं ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया था। बाद में चुनाव बहिष्कार समिति का भी गठन किया गया था। आपसी सहमति के बाद लोग इस बार विधानसभा चुनाव से दूर रहे।
चुनाव बहिष्कार समिति के अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि विकास के नाम पर क्षेत्र की जनता को सभी राजनीतिक दलों ने सब्जबाग दिखाए। कालापानी के नाम से विख्यात इस क्षेत्र की आजादी के सात दशक बाद भी हालात नहीं बदले। अब भी लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की सड़कों की हालत दयनीय बनी हुई है, जिनकी लंबे समय से सुध नहीं ली गई। लोगों को नियमित पानी नहीं मिलता है।
आज भी लोग बावडिय़ों व अन्य पेयजल स्रोतों पर निर्भर हैं। स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमराई हुई हैं। न तो स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक हैं न ही अन्य स्टाफ। इस कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है। इस उपेक्षा से परेशान ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया। चुनाव में हिस्सा न लेने का फैसला ग्रामीणों ने पहले ही कर लिया था। इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सूचित किया गया था।
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