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अनिल भाषा पर संयम रखें, मंत्री पद झुनझुना नहीं, आपके पिता के कहने पर दिया विभाग : जयराम

Jairam hit Minister Anil Sharma जयराम ठाकुर ने कहा अनिल शर्मा भाषा पर संयम रखें ऊर्जा मंत्री का पद कोई झुनझुना नहीं आपके पिता के कहने पर ही विभाग दिया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 02:41 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 02:46 PM (IST)
अनिल भाषा पर संयम रखें, मंत्री पद झुनझुना नहीं, आपके पिता के कहने पर दिया विभाग : जयराम
अनिल भाषा पर संयम रखें, मंत्री पद झुनझुना नहीं, आपके पिता के कहने पर दिया विभाग : जयराम

मंडी, जेएनएन। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को मंडी भाजपा के सम्मेलन में सुखराम व अनिल शर्मा पर खूब निशाना साधा। जयराम ने कहा बुजुर्ग होने के नाते पंडित सुखराम का आदर हमारा दायित्व है। मंडी के मान सम्मान को जल्दबाजी में कोई ठेस न पहुंचे, ऐसा हम मान कर चल रहे थे। लेकिन सुखराम ने इसे जल्द गलत साबित कर दिया। मंत्री का सम्मान मेरा दायित्व, लेकिन मंत्री मुख्यमंत्री को नेता न माने तो विचित्र स्थिति। मुझे अनिल शर्मा से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं।

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जयराम ठाकुर ने कहा अनिल शर्मा भाषा पर संयम रखें, ऊर्जा मंत्री का पद कोई झुनझुना नहीं आपके पिता के कहने पर ही विभाग दिया। अनिल शर्मा ने डेढ़ साल में जो मांगा वो दिया सिर्फ उनके बेटे को टिकट नहीं दे पाए। हमने धर्मसंकट में नहीं डाला, अनिल खुद धर्मसंकट हैं व हल भी खुद निकालें। परिवार से बड़ा राष्ट्रवाद है। अनिल जी बहुत राज हैं जो हमारे सीने में हैं जो आप बोलते रहे हम सुनते रहे ऐसा नहीं चलेगा। मैंने कहा, मेरा एक मंत्री गायब, पता नही कहां, जनता बोली घास काट रहा।

दिल्ली में दादा पोता मेरे पास आए। कहा मेरी अधूरी लड़ाई आपने पूरी की। मुझे टीम बढ़ाने का मशविरा दिया। लेकिन रामस्वरूप की पैरवी करने से मना किया। मुझे कहा मैं आपको मजबूत प्रत्याशी दूंगा, लेकिन आश्रय शर्मा के लिए टिकट मांगा तो मैं हैरान रह गया। मैंने दो टूक कहा टिकट का फैसला पार्टी का नेतृत्व करता है। दो नावों पर सवार होकर सुखराम टिकट मांगते रहे। आश्रय के लिए विधानसभा का टिकट मांगते तो विचार होता। कांग्रेस का टिकट कैसे मिला लोग शोध कर रहे हैं। पंडित जी आपका दौर चला गया, अब हमारा दौर है। मार्गदर्शक बनते तो अच्छा होता।

 उम्र के इस पड़ाव में इस तरह आना जाना अच्छा नहीं। हमनें आया राम गया राम नहीं बोला। कांग्रेस के नेता बोल रहे हैं। अनिल के लिए संकट बाप बेटे ने पैदा किया। परिवार के दायित्व से पहले नैतिक दायित्व पार्टी के लिए काम करें। अनिल जी! आपके 30 प्रधान हमारे साथ, ये है सर्जिकल स्ट्राइक। आपके भविष्य का फैसला चंद दिनों के लिए आपके विवेक पर। अनिल भाजपा में नहीं आते तो आज घर में बैठे होते। बाहरी कांग्रेसी नेता शालीनता रखें, हिमाचल देवभूमि है। कांग्रेस पर्यवेक्षक राजीव गंभीर पर हमला बोलते हुए कहा लोकतंत्र में पैसे से वोट नहीं खरीदे जा सकते। ससुर जी पैसे से दामाद का भला नहीं होगा।


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