जानिए- हरियाणा के शहरी इलाकों में कम मतदान की वजह, गुड़गांव निकला फिसड्डी
मतदान फीसद कम होने के पीछे शहरी क्षेत्र में यह कारण बताया जा रहा है कि शनिवार रविवार और फिर मतदान के दिन सोमवार की छुट्टी होने के कारण लोग धार्मिक सामाजिक यात्राओं पर चले गए।
फरीदाबाद/गुरुग्राम [बिजेंद्र बंसल/सतेंद्र सिंह]। मतदाताओं का मतदान के प्रति कम उत्साह इस बार प्रत्याशियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। सोमवार दो बजे तक महज 31.3 फीसद मतदान हुआ। इससे सबसे ज्यादा चिंता उन प्रत्याशियों की बढ़ी जो शहरी मतदाताओं के ज्यादा मतदान की आशा कर रहे थे। लोकसभा चुनाव के मुकाबले दोपहर दो बजे तक मतदान 10 फीसद तक कम रहा। लोकसभा चुनाव के दौरान दोपहर दो बजे तक 42 फीसद मतदान हो चुका था।
मतदान फीसद कम होने के पीछे शहरी क्षेत्र में यह कारण बताया जा रहा है कि शनिवार रविवार और फिर मतदान के दिन सोमवार की छुट्टी होने के कारण लोग धार्मिक, सामाजिक यात्राओं पर चले गए।
बता दें, इन तीन दिन की छुट्टी के प्रति खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फरीदाबाद और सोनीपत जिला की रैलियों में अपनी चिंता जताई थी इसलिए उन्होंने नारा दिया था पहले जलपान फिर मतदान। बावजूद इसके फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के बड़खल विधानसभा क्षेत्र में अभी तक महज 17.23 फीसद ही मतदान हुआ है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस बार मतदान फीसद काफी कम रहा है इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि सोमवार अहोई अष्टमी है। इस त्यौहार पर महिलाएं दोपहर से पहले अपने घर से नहीं निकलती हैं। तिगांव और पृथला विधानसभा क्षेत्र में भी 40 फ़ीसदी मतदान हुआ है। जबकि यहां लोकसभा चुनाव में 60 फीसद तक मतदान हो चुका था।
लोकसभा चुनाव के मुकाबले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से लेकर अन्य सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों में चुनाव के प्रति उत्साह भी कम दिखाई दिया।
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