Haryana Assembly Election Result 2019: JJP के दुष्यंत बनेंगे किंग या किंगमेकर
Haryana Assembly Election Result 2019 अब तक जो रुझान सामने आए हैं उनसे अनुमान लगाया जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी किंग मेकर बनती दिख रही है।
पंचकुला, जेएनएन। हरियाणा में उम्मीदों के विपरीत मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के नेतृत्व में भाजपा की सीटें कम होने और कांग्रेस की सीटें बढ़ने के बीच अब किंग और किंगमेकर की चर्चा गरम हो गई है। चूंकि भाजपा को 40 के करीब में और कांग्रेस को 31 के करीब में सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है, ऐसे में सबकी नजरें तीसरी पार्टी जेजेपी के दुष्यंत चौटाला पर आकर टिक गई हैं।
यहां तक कहा जा रहा है कि देवीलाल के पर-पोते और ओमप्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला किंग भी बन सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस किसी भी सूरत में भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहेगी। इसके लिए वह दुष्यंत चौटाला को मुख्यमंत्री का पद भी ऑफर कर सकती है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने उनसे सम्पर्क भी किया है। हालांकि भाजपा द्वारा भी दुष्यंत से सम्पर्क की कोशिश की खबर है।
हरियाणा की 90 विधानसभा के लिए मतगणना जारी है। अब तक रुझान हरियाणा में बड़े उलटफेर के संकेत दे रहे हैं। भाजपा बहुमत के आंकड़े से पीछे छूटती प्रतीत हो रही है। रुझान अगर परिणाम में तब्दील हुए तो जननायक जनता पार्टी (JJP) का किंग मेकर की भूमिका में आना तय है। जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला शुरू से इसका दावा कर रहे थे।
शुरूआती मतगणना में भाजपा जब 55 सीटों पर बढ़त के साथ बहुमत के काफी आगे दिख रही थी, उस वक्त भी जेजेपी चीफ दुष्यंत चौटाला ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में दावा किया था कि सत्ता की चाबी उनके हाथ ही रहेगी। रुझान भी इसी तरफ इशारा कर रहे हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम 2019 के रुझानों में आज तक के अनुसार फिलहाल भाजपा 40 सीटों पर, कांग्रेस 30 सीट पर, जेजेपी 10 और अन्य 10 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। चैनल ने अपने एग्जिट पोल में भी इसी तरफ इशारा किया था। चैनल के एग्जिट पोल में हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा के संकेत दिए गए थे।
पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए किसी भी राजनीति दल को 46 सीटें चाहिए। इस हिसाब से भाजपा बहुमत के आंकड़े से 6 सीट पीछे दिख रही है। अगर रुझान, परिणाम में तब्दील होते हैं तो जेजेपी का किंग मेकर बनना तय है। हरियाणा में सरकार वही बना सकेगा, जिसे जेजेपी का साथ मिलेगा। अब तक के रुझान दुष्यंत चौटाला के पक्ष में हैं।
हरियाणा में भाजपा के पिछड़ने की मुख्य वजह जाटों की नाराजगी को माना जा रहा है। ऐसी चर्चा है कि हरियाणा की खट्टर सरकार ने अपने कार्यकाल में जाटों की अनदेखी की है, जो अब उसे भारी पड़ती दिख रही है। जेजेपी अगर किंग मेकर की भूमिका में आती है तो सरकार में उसकी प्रमुख भागीदारी तय होगी।
मालूम हो कि जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया था। ये दोनों ही मुद्दे हरियाणा के लिए काफी महत्वपूर्ण है। माना जा रहा है कि जेजेपी, चुनाव अभियान के दौरान जनता से अच्छा जुड़ाव बनाया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जजपा ने आम आदमी पार्टी के साथ चुनाव लड़ा था। जजपा ने हरियाणा की सात और आप ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था।