आलम यह है कि कुछ नेता दूसरों को नीचा दिखाने के लिए हार की समीक्षा में हुई चूक का भी जमकर सहारा ले रहे हैं।
वर्ष 2014 में वर्षों बाद भाजपा पहली बार अकेले दम पर सत्ता में आई थी मगर एक पारी बाद ही पार्टी को बैसाखियों का सहारा लेना पड़ गया।
Haryana Cabinet Extension में सीएम मनोहरलाल ने जातीय व क्षेत्रीय समीकरण साधे। इसके साथ ही कैबिनेट में 13 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है।
हरियाणा में भाजपा-जेजेपी कैबिनेट का जल्द विस्तार होगा। राज्य विधानसभा के पहले सत्र के खत्म होने के बाद सीएम मनोहरलाल नए मंत्रियों को लेकर विचार के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।
सूत्रों के अनुसार हर लोकसभा क्षेत्र से कम से कम एक मंत्री बनाने के फॉर्मूले पर अमल हुआ तब भी दक्षिण हरियाणा के गुरुग्राम व फरीदाबाद क्षेत्रों को सर्वाधिक प्रतिनिधित्व मिलेगा।
Haryana assembly election 2019 फीके प्रदर्शन का अधिकारिक कारण जानने के लिए बैठकों के दौर शुरू हो चुके हैं। पार्टी के नेता भी हाईकमान तक ठोस सूचनाएं पहुंचा रहे हैं।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने एक खास कदम उठाया और अपनी नई सरकार चलाने के लिए पुरानी कैबिनेट के साथ बैठक करेंगे। आज होने वाली बैठक में नई सरकार चलाने के तरीके पर बात होगी।
पहले हर कोण से भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ने के कारणों की जांच होगी। इसके बाद उन पर गाज गिरेगी जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया है।
हरियाणा के भाजपा नेताओं की डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की सक्रियता पर पैनी नजर गड़ गई है। दुष्यंत चौटाला का भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भेंट के बाद उत्साह बढ़ा है।
हरियाणा की भाजपा-जजपा कैबिनेट में मंत्रियों पर सहमति नहीं बन पा रही है। मंत्रियों के नाम के साथ ही विभागों को लेकर भी पेंच फंस रहा है।