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Haryana Assembly Election: भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राजनीति का भविष्य तय करेगी 25 सदस्यीय कमेटी

Haryana Assembly Election भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने खास नेताओं की एक 25 सदस्यीय कमेटी गठित करने का संकेत दिया है। यही कमेटी तय करेगी कि हुड्डा का राजनीतिक भविष्य क्या होगा।

By Rizwan MohammadEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 03:04 PM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 03:04 PM (IST)
Haryana Assembly Election: भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राजनीति का भविष्य तय करेगी 25 सदस्यीय कमेटी
Haryana Assembly Election: भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राजनीति का भविष्य तय करेगी 25 सदस्यीय कमेटी

नई दिल्ली, जेएनएन। Haryana Assembly Election: भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कांग्रेस से बगावत के मूड में आने से हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई है। तमाम मानमनौव्वल की कोशिशों के बावजूद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने खास नेताओं की एक 25 सदस्यीय कमेटी गठित करने का संकेत दिया है। यही कमेटी तय करेगी कि हुड्डा का राजनीतिक भविष्य क्या होगा। हुड्डा ने कहा है कि अगर कमेटी कहेगी तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। ऐसे में जानकार इस कमेटी को हरियाणा की राजनीति का बड़ा खिलाड़ी मानकर चल रहे हैं।

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जेजेपी और बसपा में चुनावी गठजोड़

हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक उठापठक शुरू हो गई है। एक ओर जहां मौजूदा सत्ताधारी दल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को चुनाव के लिए अपना लीडर घोषित कर दिया है, वहीं जेजेपी और बसपा ने गठजोड़ कर सियासी खेमों को चिंता में डाल दिया है।

वर्तमान और पूर्व विधायक हो सकते हैं कमेटी में

पिछले दिनों एएनआई से बात करते हुए हुड्डा ने कहा था कि 25 सदस्यींय इस कमेटी का गठन अगले कुछ दिनों में कर दिया जाएगा। उन्हों ने कहा कमेटी तय करेगी कि वह आगामी चुनाव में हिस्सा लें या नहीं। वे नई पार्टी का गठन करें या राजनीति से संन्यास ले लें। हुड्डा के इस बयान के बाद से जानकार इस कमेटी को हरियाणा की राजनीति का मुख्य खिलाड़ी मान रहे हैं। हालांकि, कमेटी में कौन से नेता शामिल होंगे, इस बारे में हुड्डा ने किसी तरह का खुलासा नहीं किया है। माना जा रहा है कि हुड्डा के समर्थन में उनकी रैली में पहुंचे विधायकों और पूर्व दिग्गुज नेताओं को कमेटी में शामिल किया जाएगा।

कांग्रेस हुड्डा को नहीं दी है चुनावी कमान

बता दें कि पिछले दिनों आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से उन्हें कमान नहीं दिए जाने से नाराज होकर हुड्डा ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। कांग्रेस से खफा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रैली में कहा था कि वह संन्यास लेना चाहते थे, लेकिन राज्य की मौजूदा सियासी हालात से किसानों और युवाओं को भारी नुकसान हो रहा है, जो वह नहीं होने देना चाहते हैं। इसलिए वह कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं। हुड्डा को जाट समुदाय का बड़ा लीडर माना जाता है। ऐसे में वह आगामी चुनाव में हरियाणा की राजनीति का समीकरण बदल सकते हैं।


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