महागठबंधन नहीं करने से नाराज राहुल कांग्रेसियों पर बिगड़े, कही एेसी बात
हरियाणा में कांग्रेस द्वारा आम आदमी पार्टी और जननायक जनता पार्टी के साथ महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनने से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खासे नाराज हैैं।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में कांग्रेस द्वारा आम आदमी पार्टी और जननायक जनता पार्टी के साथ महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनने से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खासे नाराज हैैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में प्रदेश के दिग्गज नेताओं को चुनाव मैदान में उतरना होगा। राहुल ने उस सर्वे रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें अकेले चुनाव लड़ने की स्थिति में कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत आसान दिखाई नहीं दे रही है।
राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की चुनौती से घबराए कांग्रेस दिग्गज अब एक बार फिर महागठबंधन करने के प्रयासों में जुट गए हैैं। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने अपने हिस्से की तीन लोकसभा सीटों करनाल, फरीदाबाद और अंबाला में प्रत्याशियों की घोषणा टाल दी है। आप के हरियाणा प्रभारी गोपाल राय तथा प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने अरविंद केजरीवाल से चर्चा के बाद ट्वीट किया है कि हम कांग्रेस को एक मौका और देना चाहते हैैं। भाजपा को रोकने के लिए यदि कांग्रेस महागठबंधन में शामिल होना चाहती है तो उसका स्वागत है।
गोपाल राय के ट्वीट के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा मामलों के प्रभारी गुलाम नबी आजाद को एक बार फिर महागठबंधन के गंभीर प्रयास करने को कहा है। इसके लिए आजाद ने शुक्रवार शाम से प्रयास तेज कर दिए हैैं। आजाद किसी भी समय केजरीवाल से मुलाकात कर सकते हैैं।
हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में गठबंधन के नए प्रयासों से भाजपा उम्मीदवारों में फिर खलबली मच गई। दो दिन पहले ही जेजेपी और आप के बीच गठबंधन का ऐलान हुआ है। जेजेपी ने अपने हिस्से की सात सीटों में हिसार, भिवानी, रोहतक और सिरसा लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार भी घोषित कर दिए, जबकि आप ने तीन उम्मीदवारों की घोषणा रोक रखी है। कांग्रेस ने अभी तक छह उम्मीदवार घोषित किए हैैं, जबकि करनाल, सोनीपत, कुरुक्षेत्र और हिसार में पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा लटकी हुई है।
महागठबंधन में अड़चन थे हुड्डा, अब हो गए राजी
आरंभ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा महागठबंधन के हक में नहीं थे, मगर बाद में तैयार हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी दिग्गजों से कहा कि यदि उन्हें महागठबंधन में शामिल नहीं होना है तो वे खुद चुनाव मैदान में उतरें और पार्टी को सीटें जिताकर दें। इस पर दिग्गजों ने हाथ खड़े कर दिए। प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने सभी दिग्गजों से उनकी राय फिर पूछी, जिसमें हुड्डा भी अब महागठबंधन के हक में हैं। दबाव की राजनीति के चलते रणदीप सुरजेवाला अभी भी कह रहे कि हरियाणा में गठबंधन की संभावना उन्हें नहीं लग रही।
महागठबंधन हुआ तो नए सिरे से बंटेगी सीटें
कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच यदि पूर्व में महागठबंधन होता तो 6-3-1 का फार्मूला अमल में लाया जाता, मगर अब 7-2-1 का फार्मूला अपनाया जा सकता है। सात सीट पर कांग्रेस, दो पर जेजेपी और एक सीट पर आप चुनाव लड़ सकती है। कांग्रेस के सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि यदि हरियाणा में महागठबंधन हो जाए तो 10 सीटों में से कम से कम आठ पर जीत तय है। महागठबंधन की स्थिति में तीनों दलों के बीच सीटों और प्रत्याशियों का बंटवारा नए सिरे से संभव है।