LokSabha Elections 2019: भाजपा, कांग्रेस के साथ आप-जजपा की भी स्थिति है मजबूत, 12 मई को वोटिंग
फरीदाबाद गुड़गांव सोनीपत और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर भाजपा कांग्रेसआप-जजपा गठबंधन प्रत्याशी ने जोर-शोर से प्रचार अभियान चलाया। 12 मई को इन सीटों पर मतदान है।
फरीदाबाद, जेएनएन। 17वीं लोकसभा के गठन के लिए प्रचार अभियान शुक्रवार सायं थम गया। 26 अप्रैल को नामांकन रद होने की अंतिम तारीख के बाद चले 14 दिन के सघन चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत से आखिर तक फरीदाबाद, गुड़गांव, सोनीपत और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर भाजपा, कांग्रेस सहित आप-जजपा (जननायक जनता पार्टी) गठबंधन प्रत्याशियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला बना रहा। मतदान 12 मई को होगा और इस दौरान विभिन्न दलों के पदाधिकारी और उनके प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाकर मुकाबले को सीधी टक्कर में भी ला सकते हैं।
फरीदाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर प्रचार की शुरूआत में एकतरफा आगे चले। इसका कारण यह भी रहा कि गुर्जर का टिकट उनकी पार्टी ने सबसे पहले घोषित किया और वे निवर्तमान सांसद हैं। कांग्रेस ने पहले चरण में घोषित टिकटों में जो प्रत्याशी यहां से घोषित किया उसका टिकट काटकर 9 दिन बाद दूसरे नेता को दे दिया गया।
चुनावी दौड़ में मजबूत है आप-जजपा गठबंधन
आप और जजपा उम्मीदवार नवीन जयहिंद का टिकट भी नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख से दो दिन पहले ही घोषित हुआ। बावजूद इसके तीनों प्रत्याशी चुनाव प्रचार में एक-दूसरे के नजदीक रहे। भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर 2014 में इस सीट से 4.67 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी, इस बार उनके सामने मोदी की नाव में सवार होने के बावजूद इस जीत को बरकरार रखने की बड़ी चुनौती है। क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी अवतार भडाना ने स्थानीय मुददों और निवर्तमान सांसद के विरोध को मुख्य मुददा बनाया है। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी नवीन जयहिंद ने भाजपा व कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलकर चुनावी दौड़ में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए रखी।
गुड़गांव लोकसभा सीट पर भाजपा-कांग्रेस के बीच मुकाबला
गुड़गांव लोकसभा सीट पर भी इस बार मुकाबला भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच ही सिमट गया है। जबकि 2014 में यहां मुकाबला त्रिकोणीय था। भाजपा के निवर्तमान सांसद राव इंद्रजीत सिंह के सामने इस सीट पर मुख्य मुकाबले में कांग्रेस के कैप्टन अजय यादव हैं। यहां मोदी लहर का भाजपा प्रत्याशी को फायदा है तो कांग्रेस प्रत्याशी को भाजपा प्रत्याशी के परंपरागत अहीर मतदाताओं में सेंध लगाने के अलावा मेवात अल्पसंख्यक मतदाताओं पर पूरा भरोसा है। आप और जजपा गठबंधन सहित इनेलो के प्रत्याशी यहां केवल तीसरे व चौथे नंबर की लडार्इ में ही हैं।
हुड्डा व चौटाला के कारण हॉट है सोनीपत लोकसभा सीट
सोनीपत लोकसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और जननायक जनता पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह चौटाला के चुनाव लड़ने के कारण हॉट बन गई। इस सीट पर निवर्तमान सांसद भाजपा के रमेश कौशिक और उनके दल के नेताओं ने शुरूआत से ही मोदी के नेतृत्व में मजबूत सरकार तथा जाट आरक्षण आंदोलन की आग को मुद्दा बनाए। हुड्डा पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनाए जाने की बजाए चंडीगढ़ में उनके नेतृत्व में सरकार बनाने की परिकल्पना करते रहे। दिग्विजय सिंह चौटाला ने भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों पर निशाना साधकर अपने नए सूरमा होने का परिपक्व परिचय दिया।
यहां कांग्रेस-भाजपा में सीधी टक्कर
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर इस बार भाजपा के निवर्तमान सांसद धर्मबीर और कांग्रेस की श्रुति चौधरी के बीच कड़ा मुकाबला है। जजपा-आप गठबंधन प्रत्याशी भी यहां अपनी उपस्थिति बनाए रखने में कामयाब रहीं। फिलहाल धर्मबीर और श्रुति के बीच यहां सीधी टक्कर है। धर्मबीर को अहीरवाल के नेता राव इंद्रजीत सिंह से लेकर मजबूत पार्टी संगठन सहित अपने निजी समर्थकों की निष्ठा के बूते चुनावी नैया पार लगने की उम्मीद है जबकि श्रुति चौधरी की माता और पूर्व मंत्री किरण चौधरी की कड़ी मेहनत ने भाजपा प्रत्याशी को कड़े मुकाबले में लाकर खड़ा कर दिया है।
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