Loksabha Elections: हरियाणा में चुनाव प्रचार थमा, नेता अब Door to Door
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार की समय सीमा खत्म हो गई है। अब सियासी गतिविधियों में शामिल बाहरी लोग संसदीय क्षेत्र में नहीं रह सकेंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में चुनाव प्रचार की सीमा खत्म हो गई है। सियासी दलों के नेता घर-घर जाकर जनसंपर्क में जुट गए हैं, वहीं नकदी और शराब या उपहारों के जरिये मतदाताओं को लुभाने का 'खेल' भी तेजी पकड़ गया है। चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन रोकने और असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों ने सख्ती बढ़ा दी है। देर शाम को पुलिस ने कई स्थानों पर छापामारी करते हुए होटलों और धर्मशालाओं में जमे विभिन्न दलों के बाहरी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को शहर से निकाला।
लोकसभा चुनाव के तहत हरियाणा में रविवार को मतदान होना है। मतदाताओं को नशे के लालच में फंसने से रोकने के लिए चुनाव आयोग ने मतदान खत्म होने तक सभी ठेके बंद रखने के निर्देश दिए हैं। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए शुक्रवार को फ्लाइंग स्क्वायड और निगरानी टीमों ने चेकिंग और तेज कर दी। पुलिस के साथ सुरक्षा बलों ने विभिन्न शहर और गांवों में फ्लैग मार्च किया, ताकि कोई भी मतदाताओं को डरा या धमका न सके। कानून व्यवस्था से संबंधित किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए छह पुलिस महानिरीक्षक, एक डीआइजी और एसपी स्तर के 12 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संवेदनशील जिलों में लगाए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 67 हजार पुलिसकर्मी फील्ड में जमे हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 95 कंपनियों को तैनात किया गया है। राज्य पुलिस के 33 हजार 340 कर्मचारी, 11 हजार 750 होमगार्ड, 8063 विशेष पुलिस अधिकारी और 5788 ट्रेनी पुलिस कर्मचारी निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेंगे। संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सभी 19 हजार 425 बूथों में पर्याप्त पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे। पड़ोसी राज्यों की सीमा पर नाके लगाए गए हैं ताकि असामाजिक तत्व को हरियाणा में प्रवेश से रोका जा सके।
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. इंद्रजीत ने बताया कि निष्पक्ष चुनाव के लिए मतदान से 48 घंटे पहले तक राजनीतिक दलों के बाहर से आए प्रचारक क्षेत्र में नहीं रह सकते हैं। निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं पर नाकाबंदी करते हुए बाहर से आने वाले वाहनों पर नजर रखी जाएगी।
मतदान के साथ मनाएं मातृ दिवस
मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजीव रंजन ने कहा कि हरियाणा में लोकसभा चुनाव के दिन 12 मई को मातृ दिवस है। इसलिए सभी माताएं इस दिन मातृभूमि के लिए अधिक से अधिक मतदान करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मतदान में भाग लेना भी मातृभूमि के लिए एक प्रकार से समर्पण है, इसलिए माताओं को अपने घर और आसपास की महिलाओं व अन्य लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करना चाहिए।
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