गुजरात की बाजी: पीएम मोदी की तर्ज पर लोगों से मिले राहुल गांधी
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। आपातकाल के बाद चुनावों में करारी हार का सामना करने वाली पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नवसारी से अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी, उसी नवसारी में उनके पौत्र राहुल गांधी ने कांग्रेस नवसर्जन यात्रा निकाली तो महिला, पुरुष व बच्चों ने खूब उत्साह से उनका स्वागत किया। राहुल ने तीसरे चरण की यात्रा में बच्चों के साथ घुलने मिलने की कोशिश की वहीं ढाबे पर काठियावाडी खाना खाया व आदिवासियों के वाद्ययंत्र तरापु पर हाथ आजमाया।आदिवासी बहुल दक्षिण गुजरात में कांग्रेस की नवसर्जन यात्रा के तीसरे चरण की यात्रा में आए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी महिलाओं, युवाओं व बच्चों के साथ खूब घूलने मिलने का प्रयास किए। इस यात्रा में राहुल गुजरात में काफी सहज व लोगों से अधिक करीब नजर आए। भरुच में यात्रा शुरु करते समय उन्होंने एक स्कूली छात्रा मनतशा के साथ मिनी बस की छत पर सेल्फी खिंचाई जो देशभर के मीडिया में सुर्खियां बन गई थी। शुक्रवार को आखिरी दिन कर्मबेली, मरोली, धरमपुर मोटा पोंडा में राहुल ने छोटे बच्चों के साथ हाथ मिलाया, उन्हें अपने साथ बिठाया तथा एक बच्चें को मिनी बस की छत पर बिठाकर अपने साथ घूमाया।
मोदी स्टाइल पर राहुल को भरोसा
राहुल ने गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्टाइल से ही कांग्रेस का जनाधार बढाने का प्रयास किया। गौरतलब है कि अपने सूरत रोड शो के दौरान पीएम मोदी ने रोड शो को बीच में रोककर एक लड़की को अपने साथ कार में बिठा लिया था और उसे कुछ देर अपनी का में ही घुमाते रहे थे। भरूच के जंबूसर से राहुल इस यात्रा की शुरुआत की थी, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली में एक प्लांट में बॉयलर फटने से बडी संख्या में लोगों की मौत के बाद राहुल वहां चले गए लेकिन दोपहर बाद अपनी यात्रा को फिर शुरु की । रात को वापी में सडक किनारे उन्होंने एक ढाबे में काठियावाडी भोजन को लुत्फ उठाया, वहीं मोटापोंडा में आदिवासियों के वाद्ययंत्र तरापू पर हाथ आजमाया।
अहमद पटेल पर राहुल ने साधी चुप्पी
राहुल ने अपनी इस यात्रा में भी केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया लेकिन मुद्रदे वहीं जीएसटी, नोटबंदी, बेकारी, किसानों के कर्ज व महिलाओं के मुद्दे रहे। राहुल के तीसरे चरण में लोगों में भारी उत्साह नजर आया,उनकी रैली में भी लोग उमड़े। चूंकि दक्षिण गुजरात का आदिवासी इलाको कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक रहा है। उनकी यह यात्रा सूरत में दो आईएस आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद हुई जिसमें से एक आतंकी के तार कांग्रेस सांसद अहमद पटेल से जुडे सरदार पटेल हॉस्पीटल से जुडे हुए थे। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाए व राहुल से जवाब भी मांगा लेकिन राहुल ने इस पर कुछ भी बोलने से टाल दिया। हालांकि अहमद पटेल ने खुद इसका जवाब देते हुए रुपाणी पर पलटवार किया जिसके बाद इस मुद्दे पर अब कोई बात नहीं हो रही है।
कांग्रेस के समर्थन में जिग्नेश
गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी भी कांग्रेस के समर्थन में आ गए हैं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी से नवसारी के पास बी आर फार्म में मुलाकात के बाद जिग्नेश ने कहा कि राहुल दलितों की अधिकांश मांगों को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने को राजी हैं, राहुल ने उनकी मांगों पर यह भी कहा कि 90 फीसदी मांगें तो उनका संवैधानिक हक है। दलित कार्यकर्ताओं के साथ जिग्नेश एक बार फिर राहुल से मुलाकात करने वाले हैं। उन्होंने यह भी साफकिया की वो कांग्रेस में शामिल होने वाले नहीं हैं लेकिन अभिमानी भाजपा को हराने के लिए वे उनके खिलाफ जनता के बीच जाएंगे। राहुल ने कहा कि भाजपा तोडने का काम करती है कांग्रेस जोडने की, कांग्रेस की सरकार राज्य के हर तबके की होगी। कांग्रेस अपने मन की बात नहीं करेगी,अल्पेश ठाकोर,हार्दिक पटेल, जिग्नेश जनता की आवाज हैं जिसे भाजपा सुन नहीं पा रही है,लेकिन कांग्रेस गुजरात के मन की बात सुनकर उसके अनुसार काम करेगी।
गौरतलब है कि इससे पहले ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं तथा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी राहुल से एक गुप्त मुलाकात कर चुके हैं लेकिन फिलहाल समर्थन करने से हिचक रहे हैं।केन्द्रीय राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा है कि कांग्रेस नेता गुजरात को बदनाम कर रहे हैं। नर्मदा के काम को 10 साल अटकाने वाली कांग्रेस अब राज्य के विकास की बात कर रही है। रुपाला ने आरोप लगाया कि गुजरात के एक लाख 80 हजार करोड के बजट पर कांग्रेस की लार टपक रही है।गुजरात की जनता वंशवाद की राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगी। केन्द्र में भाजपा सत्ता में है इसलिए गुजरात में दूसरी पार्टी की सरकार बनाकर जनता कभी भी विकास को अवरुद्व नहीं करेगी।
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