Gujarat Election 2017: राहुल से मुलाकात करने के बाद भी जिग्नेश मेवाणी ने नहीं खोले पत्ते
गुजरात विस चुनाव दो चरणों (9 और 14 दिसंबर) में संपन्न होगा। राहुल गांधी चुनाव प्रचार के सिलसिले में इन दिनों गुजरात के दौरे पर हैं।
नवसारी, प्रेट्र। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात के युवा दलित नेता जिग्नेश मेवाणी से मुलाकात की। दोनों के बीच तकरीबन आधे घंटे तक बातचीत हुई। जिग्नेश ने बताया कि कांग्रेस नेता ने उनकी 90 फीसद मांगों को पार्टी के घोषणापत्र में शामिल करने पर सहमति जताई। इसके बावजूद दलित नेता ने अपने पत्ते नहीं खोले। वह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करने के सवाल को टाल गए।
गुजरात विस चुनाव दो चरणों (9 और 14 दिसंबर) में संपन्न होगा। राहुल गांधी चुनाव प्रचार के सिलसिले में इन दिनों गुजरात के दौरे पर हैं। उन्होंने शुक्रवार को नवसारी के बाहरी इलाके में स्थित एक फार्म हाउस में जिग्नेश से बंद दरवाजों में मुलाकात की। बाद में दलित नेता ने कहा, 'राहुल गांधी से 17 मांगों पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने न केवल हमारी बातें सुनीं, बल्कि 90 फीसद मांगों को कांग्रेस के चुनाव
घोषणापत्र में शामिल करने का आश्वासन भी दिया। उना कांड के बाद हमने कई विरोध-प्रदर्शन किए और राज्य सरकार को ज्ञापन भी दिया। इसके बावजूद भाजपा सरकार ने दलित समुदाय की एक भी मांग पर विचार नहीं किया।'
जिग्नेश अपने समुदाय के लोगों से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील से जुड़े सवाल को टाल गए। उन्होंने कहा कि वह समुदाय के लोगों को भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करने को कहेंगे। नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी सभी की बात सुनती है और उनकी समस्याएं हल करने का काम करती है। फिर चाहे वह जिग्नेश, हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकुर ही क्यों न हों? भाजपा जनता को सिर्फ मन की बात सुनाने में दिलचस्पी रखती है।'
राहुल ने कांग्रेस को बताया पांडव
राहुल गांधी ने शुक्रवार को पार्दी (वलसाड) में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस की पांडव और भाजपा की तुलना कौरव से कर डाली। गुजरात चुनाव को पांडव और कौरव का युद्ध करार देते हुए कहा कि इसमें कौरवों का सफाया कर दिया जाएगा। राहुल ने कहा, 'यहां (गुजरात) सच और झूठ के बीच लड़ाई है। कौरवों के पास बड़ी सेना और हथियार थे, जबकि पांडव के पक्ष में सिर्फ सच्चाई थी।
महाभारत युद्ध से पहले दुर्योधन और अर्जुन कृष्ण से मिलने गए थे। कृष्ण ने युद्ध टालने के लिए दुर्योधन को पांडवों को पांच गांव देने की सलाह दी थी। दुर्योधन ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया था।' राहुल ने कोसांबा स्थित श्री रणछोड़ मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन भी किए।
यह भी पढ़ें: गुजरात चुनावः राहुल गांधी बोले, यह लड़ाई सच और झूठ की है