Delhi Election 2020 : इस सीट पर इनेलो का दबदबा, दांव पर लगी कैलाश गहलोत की प्रतिष्ठा
दिल्ली का नजफगढ़ क्षेत्र हरियाणा की सीमा से सटा है। इसलिए यहां इनेलो का प्रभाव देखा जा सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन । दिल्ली की नजफगढ़ विधानसभा सीट पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। दिल्ली का नजफगढ़ क्षेत्र हरियाणा की सीमा से सटा है। इसलिए यहां इनेलो का प्रभाव देखा जा सकता है। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी के कैलाश गहलोत ने इनेलो प्रत्याशी भरत सिंह को हराया था।
ग्रामीण और शहरी मतदाताओं का मिश्रण
तहसील मुख्यालय होने के साथ ही इस विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र का मिश्रण दिखाई देता है। दिल्ली में पहली बार 1993 में विधानसभा चुनाव हुए और उस दौरान नजफगढ़ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सूरज प्रसाद पालीवाल जीते थे। अभी यहां से आम आदमी पार्टी के नेता कैलाश गहलोत विधायक हैं ।
नजफगढ़ विधानसभा सीट का गणित
नजफगढ़ विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं में अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या 15.34 फीसद है। मतदाता सूची 2019 के मुताबिक नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2,45,022 मतदाता हैं।
जीत के अपने-अपने दावे
नजफगढ़ से अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत मैदान हैं, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी यहां से अजीत सिंह खरखरी और कांग्रेस ने साहब सिंह को मैदान में उतारा है। दिल्ली में कई बार ऑड-ईवन स्कीम लागू कराने को लेकर चर्चा में आए कैलाश गहलोत को दिल्ली सरकार की योजनाओं के सहारे जीत का भरोसा है। वहीं, भाजपा उम्मीद अजीत खरखरी को जनता में दिल्ली सरकार के प्रति उपजे गुस्से में अपनी जीत छिपी दिखाई दे रही है। इन दोनों के बीच कांग्रेस के प्रत्याशी साहब सिंह को कांग्रेस की नीतियों के साथ शीला दीक्षित सरकार में कराए गए विकास कार्यों पर भरोसा है।