जानें उन 18 सीटों के बारे में जहां आप ने काटे थे अपने MLA के टिकट, नए चेहरों को बनाया था प्रत्याशी
आप ने इस बार 18 सीटों पर पुराने विधायकों की जगह नए चेहरों को अपना प्रत्याशी बनाया था। पार्टी के इस फैसले पर जनता ने भी मुहर लगाई है।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने न सिर्फ पूर्ण बहुमत हासिल किया है, बल्कि दूसरी बार धमाकेदार जीत दर्ज की है। इस चुनाव की कई बातें याद रखने वाली हैं। आम आदमी पार्टी ने इस बार 18 सीटोंं पर अपने पूर्व विधायकों का टिकट काटकर इनपर नए चेहरों को अपना प्रत्याशी बनाया था। इसके बावजूद ज्यादातर सीटें आप की ही झोली में आ गिरी हैं। इस बार के चुनाव में आप के बागियों को भी जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है। यह कहीं न कहीं इस बात को दर्शाता है कि पार्टी द्वारा पूर्व विधायकों का टिकट काटना लोगों को कहीं न कहीं सही लगा था और आप पर विश्वास कर उस क्षेत्र से पार्टी द्वारा खड़े किए गए दूसरे चेहरों को जीत दिलवाई। आइये जरा इन सीटोंं पर एक नजर डाल लेते हैं।
1- राजेंद्र नगर सीट
दिल्ली विधानसभा की राजेंद्र नगर सीट से आम आदमी पार्टी ने इस बार पार्टी प्रवक्ता राघव चड्ढा को अपना प्रत्याशी बनाया था। यहां से उन्होंने जबरदस्त जीत दर्ज की है। विधानसभा के लिए ये उनका पहला चुनाव था। हालांकि इससे पहले उन्होंने वर्ष 2019 में दक्षिण दिल्ली से आप के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन, इसमें उन्हें हार मिली थी। 2015 में आप के विजेंद्र गर्ग विजय ने इस सीट से जीत हासिल की थी। इस बार पार्टी ने इंटरनल सर्वे की बात कहकर विजय का टिकट काट दिया था। हालांकि, विजय इस चुनाव में कहीं से खड़े नहीं हुए थे।
2- दिल्ली कैंट
आम आदमी पार्टी ने इस बार दिल्ली कैंट से अपने विधायक सुरेंद्र कमांडो का टिकट काटकर वीरेंद्र सिंह कादयान को अपना प्रत्याशी बनाया था। इसके बाद सुरेंद्र कमांडो एनसीपी के टिकट पर यहां से मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें निराशा हासिल हुई और जनता ने कादयान को जीत दिला दी। इस चुनाव में सुरेंद्र पांचवें नबर पर रहे और उन्हें दो फीसद से भी कम वोट मिले हैं।
3- बदरपुर
इस सीट पर भी आम आदमी पार्टी ने अपने पूर्व विधायक नारायण दत्त शर्मा का टिकट काटकर यहां से दूसरे चेहरे के रूप में रामसिंह नेताजी को टिकट दिया था। इससे नाराज शर्मा यहां से बसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन यहां से इन दोनों को ही हार का सामना करना पड़ा और यहां से भाजपा के रामबीर सिंह बिधूड़ी ने बेहद कम अंतर से जीत दर्ज की।
4- बवाना
इस सीट से आप ने इस बार अपने पूर्व विधायक वेद प्रकाश का टिकट काटकर जय भगवान को टिकट दिया था। वेद प्रकाश ने 2015 के चुनाव में ये सीट 50 हजार से अधिक मतों से जीती थी। इस सीट पर जय भगवान दस हजार से अधिक मतोंं से आगे हैं। जय भगवान ने यहां से जीत दर्ज की है।
5- बिजवासन
यहांं से भी आप ने इस बार अपने पूर्व विधायक कर्नल देवेंद्र सहरावत का टिकट काटकर भूपेंद्र सिंह जून को प्रत्याशी बनाया था। इससे नाराज ने कर्नल ने भाजपा का दामन थाम लिया था। यहां भाजपा और आप में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही थी। लेकिन जीत भूपेंद्र सिंह जून के हाथों लगी है।
6- चांदनी चौक
यहां से वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आप के टिकट पर अलका लांबा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार उन्होंने पार्टी से बगावत की और कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। कांग्रेस ने उन्हें दोबारा इसी सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं, आप ने इस सीट से प्रह्लाद सिंह साहनी को मैदान में उतारा था। यहां की जनता इस बार यहां से लांबा को नकार कर साहनी को अपना विधायक चुना है।
7- कालकाजी
इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने पूर्व विधायक अवतार सिंह का टिकट काटकर आतिशी को अपना प्रत्याशी बनाया था। यहां से आतिशी ने जीत हासिल की है।
8- करावल नगर
यहां से आप ने अपने पूर्व विधायक कपिल मिश्रा का टिकट काटकर दुर्गेश पाठक को अपना प्रत्याशी बनाया था। पाठक को यहां से हार का सामना करना पड़ा है। यहां से भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट ने जीत दर्ज की है।
9- कोंडली
इस सीट से वर्ष 2015 में आप के टिकट पर मनोज कुमार ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काटकर कुलदीप कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने यहां से जीत दर्ज की।
10- मटियामहल
यहां से आप ने अपने पूर्व विधायक आसिम अहमद खान का टिकट काटकर शोएब इकबाल को प्रत्याशी बनाया था। इस सीट से उन्होंने एकतरफा जीत हासिल की है।
11- मुंडका
आम आदमी पार्टी ने यहां से वर्ष 2015 में जीत दर्ज कर चुके अपने विधायक सुखवीर सिंह का टिकट काटकर धर्मपाल लाकड़ा को दिया था। यहां से उन्होंने धमाकेदार जीत दर्ज की है।
12- पटेल नगर
यहां से पार्टी ने अपने पूर्व विधायक हजारी लाल चौहान का टिकट काटकर राजकुमार आनंद को अपना प्रत्याशी बनाया था। यहां से उन्होंने जबरदस्त जीत हासिल की है।
13- राजौरी गार्डन
आप ने इस बार यहां से अपने पूर्व विधायक जरनैल सिंह का टिकट काटकर धनवंती चंदेला को अपना प्रत्याशी बनाया जिन्होंने यहां से इस बार जबरदस्त जीत हासिल की।
14- सीलमपुर
यहां से आप ने अपने पूर्व विधायक मोहम्मद इश्राक का टिकट काटकर अब्दुल रहमान को अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने इस सीट से जोरदार जीत हासिल की है।
15- सुल्तानपुर माजरा
यहां से वर्ष 2015 के चुनाव में संदीप कुमार ने आप के टिकट पर जोरदार जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार आप ने उनका टिकट काटकर मुकेश कुमार अहलावत को टिकट दिया था। उन्होंने भी यहां से धमाकेदार जीत दर्ज की है।
16- तिमारपुर
यहां से आप ने अपने पूर्व विधायक पंकज पुष्कर का टिकट काटकर दिलीप पांडे को अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने इस सीट से जोरदार जीत हासिल की है।
17- त्रिनगर
यहां से पार्टी ने अपने पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह तोमर की जगह प्रीति तोमर को अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने यहां से जीत दर्ज की है।
18- त्रिलोकपुरी
आप ने इस बार यहां से रोहित कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया था। वर्ष 2015 में यहां से आप के टिकट पर राजू धिंगान ने जीत दर्ज की थी,लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था। रोहित ने यहां से जीत दर्ज की है।
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