Delhi Election 2020: 5 विधायकों को 2015 में सबसे कम मतों से मिली थी जीत, दो बने मंत्री
Delhi Election 2020 कृष्णानगर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार एसके बग्गा ने दो हजार 277 मतों से जीत दर्ज की थी। बग्गा सबसे कम मतों से चुनाव जीतने वाले दूसरे विधायक बने थे।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Delhi Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान खत्म हो चुका है। अब सबकी निगाहें 11 फरवरी को मतगणना के दिन पर लगी हैं। लोग यह जानना चाहेंगे कौन से उम्मीवार के नाम इस बार सबसे कम मतों से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड दर्ज होगा। हालांकि यह रिकॉर्ड कोई भी उम्मीदवार जानबूझकर नहीं बनाना चाहेगा लेकिन हकीकत यही है कि हर बार की तरह इस बार भी सबसे कम वोटों से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनेगा।
अब आपको बताते हैं कि 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में किस उम्मीदवार के नाम सबसे कम वोटों से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बना था। जानकारी के अनुसार, आम आदमी पार्टी के चार उम्मीदवार सबसे कम वोटों से जीत दर्ज किए थे।
कैलाश गहलोत के नाम सबसे कम वोटों से जीतने का रिकॉर्ड
केजरीवाल सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने साल 2015 में सबसे कम मतों से जीत दर्ज की थी। कैलाश गहलोत नजफगढ़ विधानसभा सीट से एक हजार 555 वोटों के मामूली अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के उम्मीदवार भरत सिंह को हराया था। गहलोत को 55 हजार 598 वोट मिले थे। जबकि भरत सिंह 54 हजार 43 वोट मिले थे।
एसके बग्गा ने किरण बेदी को हराया
इसके अलावा कृष्णानगर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार एसके बग्गा ने दो हजार 277 मतों से जीत दर्ज की थी। बग्गा सबसे कम मतों से चुनाव जीतने वाले दूसरे विधायक बने थे। इस बार फिर से एसके बग्गा पर आम आदमी पार्टी ने भरोसा जताया है। बग्गा ने 2015 में भाजपा की तरफ से सीएम पद की उम्मीदवार किरण बेदी को चुनाव हराकर सबको चकित कर दिया था।
इन नेताओं के अलावा आप उम्मीदवार सतेंद्र जैन को शकूरपुर बस्ती में सबसे कम मतों से जीत मिली थी। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार एसपी वत्स को महज 3,133 वोटों के अंतर से हराया था। वहीं लक्ष्मीनगर से आप प्रत्याशी नितिन त्यागी ने 4846 वोटों से जीत दर्ज की थी। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार बीबी त्यागी को हराया था। भाजपा को 53,383 वोट तो आप को 58,229 मत मिले थे।
भाजपा की तरफ से विजेंद्र गुप्ता सबसे कम वोटों से जीते
वहीं भाजपा उम्मीवार और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का भी जीत का अंतर ज्यादा नहीं थी। उन्होंने रोहिणी विधानसभा सीट से 5367 वोटों से जीत दर्ज की थी। इनके अलावा मुस्तफाबाद में भाजपा उम्मीदवार जगदीश प्रधान 6,031 वोटों से जीत दर्ज की थी। जबकि भाजपा की तरफ से ओम प्रकाश शर्मा ने सबसे ज्यादा मतों से जीत दर्ज की थी। उन्होंने विश्वास नगर में आप उम्मीदवार डॉ. अतुल गुप्ता को 10 हजार 158 मतों से हराया था। भाजपा के ये तीनों विधायक केजरीवाल लहर में भी चुनाव जीत गए थे।
सबसे कम मतों से जीतने वाले दो विधायकों को केजरीवाल ने बनाया मंत्री
सबसे कम वोटों से जीतने वाले कैलाश गहलोत और सतेंद्र जैन को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैबिनेट मंत्री बनाया। गहलोत परिवहन मंत्री तो सतेंद्र जैन स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए। दोनों मंत्रियों को सीएम केजरीवाल का करीबी माना जाता है।
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