डूसू चुनाव परिणाम : विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को मिली संजीवनी
भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष सहित तीन पदों पर दोबारा जीत हासिल की है। अब भाजपा इसे विधानसभा चुनाव में भुनाएगी।
नई दिल्ली (संतोष कुमार सिंह)। दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक है और सभी पार्टियां इसकी तैयारी में जुटी हुई हैं। ऐसे में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव परिणाम यहां की चुनावी सियासत को भी प्रभावित करेगा। भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष सहित तीन पदों पर दोबारा जीत हासिल की है।
विश्वविद्यालय में मिली इस सफलता से भाजपा में खुशी की लहर दौड़ गई है, क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद मिली यह जीत उसके लिए संजीवनी से कम नहीं है। इस सफलता के जरिये पार्टी अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार कर चुनावी तैयारी को रफ्तार देगी। इससे मतदाताओं खासकर युवाओं के बीच भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में भी मदद मिलेगी।
लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के सामने डूसू चुनाव में एबीवीपी उम्मीदवारों को जीत दिलाने की चुनौती थी। पार्टी के रणनीतिज्ञ इस चुनाव में जीत हासिल करके विरोधी पार्टियों पर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करना चाहते थे, जिसमें वह सफल रहे हैं। इसके लिए दिल्ली के भाजपा नेताओं ने भी खूब पसीना बहाया है।
प्रदेश भाजपा के तीन उपाध्यक्षों अभय वर्मा, राजीव बब्बर व जय प्रकाश सहित अन्य नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी। उनकी देखरेख में मंडल स्तर पर छात्रों के बीच संपर्क अभियान चलाया गया। चुनाव प्रचार की रणनीति बनाने में भाजपा नेताओं की भूमिका अहम थी। उनकी मेहनत का परिणाम सामने है इसलिए कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि डूसू की जीत ने यह साबित कर दिया है कि दिल्ली का युवा जोश और राष्ट्रवाद से प्रेरित है। वह ‘सबका साथ, सबका विकास, सबके विश्वास’ के साथ खड़ा है। दिल्ली में विधानसभा का चुनाव जल्द होगा और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव परिणाम ने नरेंद्र मोदी की नीतियों व फैसले के प्रति जनता के विश्वास को और अडिग कर दिया है। इस जीत से दिल्ली के लोगों को भाजपा के साथ जोड़ने में मदद मिलेगी।
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी की जीत राष्ट्रवादी विचारधारा की जीत है। देश के टुकड़े-टुकड़े चाहने वाले गैंग की एक बार फिर हार हुई है। देश के युवाओं ने नकारात्मक ताकतों को नकारते हुए सकारात्मकता पर मुहर लगाई है।
युवा जोश के साथ छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश के लिए बिना थके व बिना रुके काम करने की विचाराधारा का समर्थन किया है। युवा शक्ति देश के विचारों का नेतृत्व करती है, जिस प्रकार छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी ने विजय का परचम लहराया है, ठीक उसी प्रकार दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा जीत हासिल करके पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।