Delhi Assembly Election 2020: शीतकालीन सत्र में दिल्ली सरकार पेश करेगी दो बिल
दो और तीन दिसंबर को होने वाले शीतकालीन सत्र में विधायी कार्यों के बारे में दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल के कार्यालय को दिल्ली सरकार ने सूचित भी कर दिया गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विधानसभा के दो दिसंबर से होने जा रहे शीतकालीन सत्र में दिल्ली सरकार दो बिल पेश करेगी। ये बिल युवाओं के लिहाज से अधिक महत्वपूर्ण हैं। इनमें दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी बिल 2019 है। जबकि दूसरा दिल्ली स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी बिल 2019 है। दोनों विधेयक के प्रालेख को दिल्ली कैबिनेट मंजूरी दे चुकी है। उपराज्यपाल ने विधानसभा में पेश किए जाने की अनुमति भी दे दी है। दो और तीन दिसंबर को होने वाले शीतकालीन सत्र में विधायी कार्यों के बारे में दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल के कार्यालय को दिल्ली सरकार ने सूचित भी कर दिया गया है। गोयल कहते हैं कि जब तक फरवरी में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी नहीं हो जाती है, जरूरत पड़ने पर विधानसभा में कभी भी सत्र बुलाया जा सकता है। इसलिए इसे अभी संभावित अंतिम सत्र ही कहा जाएगा।
स्किल एवं एंटरप्रिन्योरशिप यूनिवर्सिटी
इस यूनिवर्सिटी के माध्यम से दिल्ली सरकार नौकरी की गारंटी वाली पढ़ाई कराएगी। दिल्ली के युवाओं को उद्योगों की जरूरत व नौकरी के हिसाब से तैयार करने के लिए दिल्ली में यह स्किल एवं एंटरप्रिन्योरशिप यूनिवर्सिटी (विश्वविद्यालय) स्थापित की जाएगी। इसमें डिप्लोमा से लेकर रिसर्च तक की पढ़ाई होगी। छह माह से 2 वर्ष तक के कोर्स होंगे। इस यूनिवर्सिटी मे 85 फीसद सीटें दिल्ली के बच्चों के लिए होंगी। यह देश में अपनी तरह की पहली यूनिवर्सिटी होगी। सर्वश्रेष्ठ औद्योगिक प्रथाओं को अपनाने के लिए यूनिवर्सिटी की गतिविधियों में औद्योगिक विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। इसमें दिल्ली के सभी आइटीआइ और पॉलीटेक्निक सेंटर को मर्ज किया जाएगा। यूनिवर्सिटी का मुख्यालय ओखला स्थित टेली टूल इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थापित होगा।
विदेश, इंडस्ट्री संघ से यूनिवर्सिटी का गठजोड़ होगा
यूनिवर्सिटी के छात्रों को नौकरी के हिसाब से तैयार किया जाएगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी का दूसरे देशों से व इंडस्ट्री संघ व इंडस्ट्री से गठजोड़ होगा। जिससे युवा नौकरी के हिसाब से तैयार हों। साथ ही इंडस्ट्री को उसकी जरूरत के हिसाब से कर्मचारी मिल जाएंगे। यूनिवर्सिटी में कोर्स को जरूरत के हिसाब से बदला जाएगा।
दिल्ली खेल विश्वविद्यालय
मुंडका में बनेगा दिल्ली खेल विश्वविद्यालय, इसे राज्य विश्वविद्यालय का होगा दर्जा देश के खिलाड़ियों को पहली बार खेलों की डिग्री मिलेगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने मुंडका में 90 एकड़ जमीन पर एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। खिलाड़ी अब अपनी खेल प्रतिभा के आधार पर क्रिकेट, हॉकी और फुटबॉल आदि में स्नातक, परास्नातक की डिग्री ले सकेंगे। छात्रों का खेल ही उनकी पढ़ाई होगा।
अब खिलाड़ियों को अलग से पढ़ाई करने की जरूरत नहीं
अभी तक देश के खिलाड़ियों के लिए व्यवस्था है कि वह किसी खेल में कुछ भी हासिल कर लें, लेकिन अकादमिक स्तर पर उन्हें अलग से पढ़ाई करनी पड़ती है। ऐसा न करने पर वह किसी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर पाते। अब खिलाड़ियों को किसी और डिग्री की आवश्यकता नहीं है। खेलों में उनके प्रदर्शन के आधार पर ही डिग्री मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस खेल विश्वविद्यालय के अंतर्गत स्कूल भी खुलेंगे। यह विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी होगी कि बच्चे को अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया जाए। स्कूल स्तर के शिक्षण के लिए सीबीएसई से संबद्धता होगी। खेलों में पेशेवर उत्कृष्टता के लिए एक विश्वस्तरीय केंद्र होगा।
यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम
- कौशल विकास मॉड्यूलर कार्यक्रम, व्यापार के आधार पर तीन से 12 महीने तक।
- सीबीएससी के तहत क्रेडिट की पेशकश करने वाले एक से दो साल के विभिन्न ट्रेड के व्यावसायिक शिक्षा में सर्टिफिकेट प्रोग्राम।
- दो से तीन वर्षों के विभिन्न विषयों में व्यावसायिक डिप्लोमा कार्यक्रम।
- वोकेशनल एजुकेशन में बैचलर डिग्री प्रोग्राम। पोस्ट ग्रेजुएट, एम.फिल और पीएचडी प्रोग्राम इन वोकेशनल एजुकेशन।