Delhi Election 2020: पूर्व दिल्ली यूथ कांग्रेस अध्यक्ष ने कांंग्रेस को दिया बड़ा झटका, ज्वाइन की AAP
Delhi Election 2020 पूर्व दिल्ली युवा कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश यादव ने कांग्रेस से नाता तोड़कर आम आदमी पार्टी से रिश्ता जोड़ लिया है।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। Delhi Election 2020 : दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 में बढ़त लेते हुए कांग्रेस शनिवार देर रात तक 70 में से 20 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों का एलान करने वाली है, वहीं इससे पहले उसे बड़ा झटका लगा है। शनिवार सुबह पूर्व दिल्ली युवा कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश यादव (Former Delhi Youth Congress President Jagdish Yadav) ने कांग्रेस से नाता तोड़कर आम आदमी पार्टी से रिश्ता जोड़ लिया है।
जगदीश यादव ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में AAP ज्वाइन की। इस दौरान आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता भी मौजूद थे। इस दौरान अरविंद केजरीवाल और सुशील गुप्ता ने जगदीश यादव को पार्टी ज्वाइन करने पर स्वागत किया और बधाई भी दी। जगदीश यादव ने पार्टी ज्वाइन करने के दौरान कहा कि कि वे पूरी निष्ठा के साथ आम आदमी पार्टी को मजबूत करेंगे।
जगदीश यादव दिल्ली पिछड़ा वर्ग आयोग (OBC Commission Delhi) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस पार्टी की ओर से दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में रिठाली सीट से चुनाव भी लड़ा, लेकिन अरविंद केजरीवाल की लहर में वह आम आदमी प्रत्याशी से चुनाव हार गए थे।
कांग्रेस में रहने के दौरान उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के घोषणा पत्र कमेटी और चुनाव समिति में भी शामिल थे।
बता दें कि दो दिन पहले गुरुवार को मटिया महल विधानसभा सीट से पूर्व विधायक शोएब इकबाल ने भी कांग्रेस पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली थी।
इस दौरान शोएब इकलाब ने कहा था कि कांग्रेस छोड़कर AAP में शामिल होने के बाद शोएब इकबाल ने कहा कि पार्टी में शामिल होना उनके लिए खुशी की बात है। दिल्ली में भाजपा को हराने का काम आप कर रही है। AAP सरकार ने पिछले पांच साल में बहुत अच्छे काम किए हैं। मुख्यमंत्री आज गरीब तबका, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यकों की आवाज बन गए हैं। पार्टी पिछली बार का भी रिकॉर्ड इस बार तोड़ने का काम करेगी। 49 दिन की सरकार में भी मुख्यमंत्री के काम को हमने देखा है। उनके साथ काम भी किया है। दिल्ली के अंदर AAP की सीधी टक्कर भाजपा से है। भाजपा, जुमलों की सरकार है। उससे लोग परेशान हो गए हैं। इसकी मिसाल महाराष्ट्र, हरियाणा या झारखंड हैं, जहां भाजपा को करारी हार मिली है। शोएब कॉलेज छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे और ज़ाकिर हुसैन कालेज में छात्र संघ में सचिव बने थे। वह 1993 में जनता दल के टिकट पर पहला चुनाव जीते थे।