Delhi Election 2020: शाहीन बाग के इर्द-गिर्द घूम रहा भाजपा का प्रचार अभियान
Delhi Election 2020 दिल्ली में सत्ता का वनवास खत्म करने की कोशिश में लगी भाजपा के लिए शाहीन बाग का प्रदर्शन मुख्य चुनावी मुद्दा हो गया है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। Delhi Election 2020 : दिल्ली में सत्ता का वनवास खत्म करने की कोशिश में लगी भाजपा के लिए शाहीन बाग का प्रदर्शन मुख्य चुनावी मुद्दा हो गया है। इसे वह देश की सुरक्षा व राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए आप व कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर रही है। पार्टी के बड़े नेता इसे चुनावी सभाओं से लेकर सोशल मीडिया पर जोर-शोर से उठा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से पार्टी का चुनाव प्रचार शाहीन बाग के इर्द-गिर्द घूम रहा है। आने वाले दिनों में इसे और धार देने की तैयारी है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर समर्थन हासिल करने के लिए 5 जनवरी को केंद्रीय गृहमंत्री ने लाजपत नगर की सड़कों पर उतरकर यह स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी चुनाव में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी। इसे लेकर जामिया विवाद के बाद से ही भाजपा नेता आप व कांग्रेस पर ¨हसा फैलाने का आरोप लगाते रहे हैं। दूसरी ओर, शाहीन बाग में सीएए के विरोध में प्रदर्शन का स्वरूप बड़ा होता गया और कांग्रेस सहित कई पार्टियों के नेता भी वहां पहुंचने लगे। प्रदर्शनकारियों ने सड़क भी बंद कर दी, जिससे दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में लोगों की परेशानी बढ़ गई। दिल्ली से नोएडा व फरीदाबाद के बीच आने-जाने वाले वाहन चालक भी बेहाल हैं। नाराज लोग सड़क पर उतरे और अदालत का भी दरवाजा खटखटाया। अदालत ने रास्ता खोलने का आदेश भी दिया, लेकिन स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ती जा रही है। शाहीन बाग के साथ ही दिल्ली के अन्य स्थानों पर भी प्रदर्शन शुरू हो गया है।
वहीं, सीएए को लेकर आक्रामक हो रहे भाजपा नेताओं ने प्रचार का रुख पूरी तरह से शाहीन बाग की ओर मोड़ दिया है। अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य नेता इसे लेकर मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल व अन्य आप नेताओं के अलावा कांग्रेस पर दिल्ली व देश की सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि चुनावी लाभ के लिए देश को बांटने की साजिश रची जा रही है। चुनावी सभा हो या रोड शो या प्रेस वार्ता, इस मुद्दे को उठाया जा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्र ने वीडियो ट्वीट कर शाहीन बाग के प्रदर्शन में देश विरोधी भाषण दिए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने एक लड़की का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘अब उस नापाक शरजील इमाम के बाद जरा इस मोहतरमा को भी सुन लीजिए- ‘हमें किसी पर भरोसा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट पर भी विश्वास नहीं, अफजल गुरु निदरेष था, राम जन्मभूमि पर मस्जिद बनना था।’ दोस्तों इतने जहर की खेती इन कुछ ही दिनों में तो नहीं हुई होगी? इससे पहले उन्होंने शनिवार को शरजील इमाम का वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह असम को भारत से अलग करने की बात कह रहा है।
वहीं, नड्डा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल पर भारत को तोड़ने की चाह रखने वालों का समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह आरोप आप सरकार द्वारा पुलिस को जेएनजू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अन्य पर राजद्रोह का मामला चलाने की अनुमति नहीं देने को लेकर लगाया।