Delhi Election 2020: चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति तैयार, माइक्रमैनेजमेंट पर टिकी उम्मीद
Delhi Election 2020 केजरीवाल का तिलिस्म तोड़ने के लिए भाजपा पहली बार छोटी-छोटी गली के स्तर पर प्रभारी नियुक्त करके आगे बढ़ रही है।
नई दिल्ली [महेश कुमार वैद्य]। ‘बूथ जीतो-चुनाव जीतो’ भाजपा का मूल मंत्र रहा है। बूथ जीतने के लिए चुनाव के समय पार्टी बूथ इकाइयों से भी छोटी इकाई ‘पन्ना प्रमुख’ तक नियुक्त करती रही है। कर्नाटक व कुछ अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अर्ध पन्ना प्रमुख नियुक्त करने का भी प्रयोग किया। लेकिन, दिल्ली फतह के लिए तैयार की गई कार्य योजना इससे भी आगे की है। केजरीवाल का तिलिस्म तोड़ने के लिए भाजपा पहली बार छोटी-छोटी गली के स्तर पर प्रभारी नियुक्त करके आगे बढ़ रही है। चुनावी मुकाबले में अब भाजपा की उम्मीद अपने इसी माइक्रो मैनेजमेंट पर टिकी है।
यह पन्ना व अर्ध पन्ना प्रमुखों से भी आगे की बात है। इतनी छोटी इकाइयां गठित करके भाजपा ने कभी भी बूथ जीतने की रणनीति नहीं बनाई। पार्टी ने दिल्ली चुनाव प्रचार को इतनी गंभीरता से लिया है कि अब राजनीतिक विरोधियों की भाषा भी बदलने लगी है। चुनाव कौन जीतेगा कौन नहीं, इसका फैसला भले ही 11 फरवरी को होगा। लेकिन, भाजपाइयों का दावा है कि कुछ दिन पहले तक पार्टी को ‘आउट आफ रेस’ कहने वाले आज कड़े मुकाबले की बात कर रहे हैं। पार्टी की बूथ मैनेजमेंट की कार्ययोजना हर लिहाज से अनूठी है। खुद प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रतिदिन निचले स्तर तक रिपोर्ट ले रहे हैं।
ये है रणनीति
भाजपा ने चुनाव के दौरान पांच बूथों पर एक-एक खंड प्रमुख नियुक्त किए हैं। यहां पन्ना प्रमुखों पर निर्भरता नहीं है, बल्कि एक-एक गली के लिए इंचार्ज बनाए गए हैं। भले ही किसी छोटी गली में सिर्फ दस वोटर ही क्यों न हो। इतना ही नहीं कोई झुग्गी ऐसी नहीं होगी, जहां भाजपा का वरिष्ठ कार्यकर्ता नहीं पहुंचेगा। दिल्ली में पहले लोकसभा स्तर पर केंद्रीय मंत्री सहित दो सांसद, फिर विधानसभा स्तर पर एक-एक विधायक का नेटवर्क अलग से खड़ा किया गया है। दिल्ली की किराड़ी विस चुनाव का जिम्मा संभाल रहे हरियाणा के प्रवक्ता वीर कुमार यादव का कहना है कि भाजपा किसी चुनाव को कमजोरी से नहीं लड़ती। मैनेजमेंट के स्तर पर दिल्ली में कुछ नए प्रयोग किए गए हैं। मतगणना के दिन इन प्रयोगों के परिणाम सामने आएंगे। भाजपा दिल्ली की सत्ता संभालेगी।
दिल्ली में टीम हरियाणा के प्रभारी और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा है कि बूथ मैनेजमेंट पार्टी की प्राथमिकता रही है। इसके लिए पन्ना प्रमुख व अर्ध पन्ना प्रमुख के अलावा पेज प्रमुख व कुछ अन्य जिम्मेदारी दी जाती रही है। मेहनत का फल हमेशा मिलता है। हमने दिल्ली में इस बार अतिरिक्त मेहनत की है, क्योंकि दिल्ली में आप ने बड़ा झूठ फैलाया हुआ है। जनता को सच बताने के लिए ही निचले स्तर पर कार्यकर्ता जुटाए गए हैं।
हर मतदाता की पूरी जन्मपत्री
भाजपा की ओर से दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगाई गई ताकत को देखते हुए यह समझाने की जरूरत नहीं कि दिल्ली में क्या चल रहा है। भाजपा के पास हर मतदाता की पूरी जन्मपत्री है। कौन किस राज्य के किस जिले के किस गांव से यहां आकर बसा है। कब से वह यहां का वोटर है? उस पर किसका प्रभाव हो सकता है। किसकी रिश्तेदारी कहां पर है। जाति से लेकर गोत्र तक पूरे डेटा पार्टी पदाधिकारियों के पास हैं।