पानी पर रार : केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से कहा- जगह बताएं, हम करेंगे ठीक
सीएम केजरीवाल ने रामविलासा पासवान के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली का पानी साफ है। यदि केंद्रीय मंत्री को कहीं समस्या मिली है तो वह बताएं। उसकी जांच कराएंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली सरकार और जल बोर्ड ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के उस दावे को गलत बताया है, जिसमें कहा गया है कि राजधानी में नल का पानी पीने लायक नहीं है। सरकार का दावा है कि दिल्ली जल बोर्ड का पानी स्वच्छ है। पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच की जाती है। इसलिए लोग आरओ के बगैर भी जल बोर्ड का पानी पी सकते हैं।
सीएम केजरीवाल ने कहा साफ है पानी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का पानी साफ है, लोग सीधे नल से जल बोर्ड का पानी पी सकते हैं। यह बात कई बार साबित हो चुकी है। यदि केंद्रीय मंत्री को कहीं समस्या मिली है तो वह बताएं। उसकी जांच कराकर समस्या को दूर कराएंगे।
दिल्ली में पानी की गुणवत्ता अन्य शहरों से बेहतर
वहीं जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने कहा कि रामविलास पासवान ने यह बयान किस आधार पर दिया यह तो नहीं मालूम, लेकिन दिल्ली में पानी की गुणवत्ता अन्य शहरों से बेहतर है। जल बोर्ड प्रतिदिन करीब 935 एमजीडी पानी की आपूर्ति करता है।
21 लैंबों में टेस्ट होता है पानी
इस पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए 21 लैब हैं। इसमें 12 मोबाइल वैन लैब हैं। इनमें नियमित जांच की जाती है। यदि कहीं से शिकायत मिलती है तो मोबाइल लैब को मौके पर भेजकर जांच करवाई जाती है और समस्या का समाधान किया जाता है।
एक से दो फीसद सैंपल पाए गए दूषित
जल बोर्ड के अधिकारी कहते हैं कि शोधन संयंत्रों में 24 घंटे पानी की गुणवत्ता पर नजर रखी जाती है। महज एक से दो फीसद सैंपल में ही दूषित पानी की समस्या मिलती है। जल बोर्ड ने 20 से 23 सितंबर के बीच पानी के कुल 570 सैंपल उठाए। इसमें से 563 सैंपल की गुणवत्ता बेहतर पाई गई।
645 सैंपल में 632 निकले सही
इसी तरह 18-19 सितंबर को 645 सैंपल लिए गए। इसमें 632 सैंपल सही थे, जबकि 13 सैंपलों में दूषित पानी की समस्या पाई गई। जल बोर्ड का कहना है कि भारतीय मानक ब्यूरो जल बोर्ड के पानी की गुणवत्ता की जांच नहीं करता।