Delhi assembly Election: केजरीवाल के दांव पर BJP की निगाह, तैयारी में जुटे पार्टी नेता
Delhi assembly Election भारतीय जनता पार्टी अरविंद केजरीवाल सरकार के फैसलों पर सवाल खड़ा करते हुए इसे चुनाव से पहले जनता को गुमराह करने वाला कदम बता रही है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। Delhi assembly Election: मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर आम आदमी पार्टी (aam aadmi party) भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है। उसके नेता धरना प्रदर्शन करने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी अभियान चला रहे हैं। उनके इस सियासी वार से चिंतित होने के बजाय भाजपा नेता इसमें अपना चुनावी लाभ तलाश रहे हैं। वे इसे AAP की हताशा बताते हुए अपनी सियासी सक्रियता बढ़ाने के संकेत दे रहे हैं। आने वाले दिनों में न सिर्फ केजरीवाल सरकार पर भाजपा का प्रहार बढ़ेगा, बल्कि संगठन को मजबूत कर विधानसभा चुनाव की तैयारी को भी धार दी जाएगी। AAP के कुछ बड़े नेताओं को तोड़कर उसे संगठनात्मक रूप से भी कमजोर करने की भी तैयारी है, जिसके संकेत पूर्व मंत्री व राज्यसभा सदस्य विजय गोयल दे चुके हैं।
प्रति माह दो सौ यूनिट तक बिजली बिल माफ करने के बाद केजरीवाल सरकार ने पानी का बकाया बिल भी माफ करने की घोषणा की है। विधानसभा चुनाव से पहले इन घोषणाओं में AAP नेता सियासी लाभ देख रहे हैं। उन्हें लगता है कि इसके जरिये वे नरेंद्र मोदी सरकार के फैसलों खासकर जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने से भाजपा को मिलने वाले चुनावी लाभ का मुकाबला कर सकेंगे। यही कारण है कि वे इसे जनता के बीच में प्रचारित करने में लग गए हैं, लेकिन भाजपा भी इसे लेकर सतर्क है। वह अरविंद केजरीवाल सरकार के फैसलों पर सवाल खड़ा करते हुए इसे चुनाव से पहले जनता को गुमराह करने वाला कदम बता रही है।
विजय गोयल सरकार पर दबाव बना रहे हैं जो लोग पानी का बिल जमा करा चुके हैं उन्हें भी वापस किया जाए। वह बिजली बिल माफी भी साढ़े चार साल पहले से लागू करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वह रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के साथ मिलकर हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं।
दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने AAP सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्र निकाल रहे हैं। भाजपा नेताओं का मानना है कि उसके नेताओं के प्रहार से AAP में खलबली है और गोयल के हस्ताक्षर अभियान में सत्ता पक्ष द्वारा हंगामा करना और उनके निवास के बाहर आप नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह का धरना इसका उदाहरण है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि लगातार गिर रहे जनाधार से परेशान AAP नेतृत्व मुफ्त की योजनाओं के जरिये दिल्ली के लोगों को गुमराह करने की साजिश रच रही है जिसे भाजपा सफल नहीं होने देगी। दिल्ली के लोग भी इन योजनाओं को लेकर उत्साहित नहीं है। दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करने, जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने, आतंकवाद व पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने से लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं।
उनका कहना है कि सदस्यता अभियान के दौरान जनसंपर्क किया गया है। अब आप को बेनकाब करने के लिए सभी बड़े नेता आक्रामक तरीके से अभियान चलाएंगे। आप नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार को भी बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा। गोयल कहते हैं कि दिल्ली बहुत बड़ी है और सभी नेता अपने-अपने तरीके से लोगों के बीच काम कर रहे हैं।
श्याम जाजू दिल्ली (भाजपा के प्रभारी) का कहना है कि नगर निगम के बाद लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को दिल्लीवासी नकार चुके हैं, इसलिए इनके नेताओं को किसी तरह की गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। विधानसभा चुनाव में भी दिल्ली के लोग इन्हें जवाब देंगे।