Delhi Election 2020 :राजेंद्र नगर में मुकाबला झूठ बनाम सच का हैः सरदार आरपी सिंह
Delhi Assembly Election 2020 राजेंद्र नगर क्षेत्र की क्या हैं समस्याएं और कैसे होगा होगा इनका समाधान। इस पर निहाल सिंह ने सरदार आरपी सिंह ने बातचीत की।
नई दिल्ली। Delhi Assembly Election 2020: राजेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र में कई पॉश इलाके आते हैं, लेकिन यहां पर कॉलोनियां और झुग्गियां भी हैं। वर्ष 2013 में जीतकर आए सरदार आरपी सिंह 2015 के चुनाव में हार गए थे। भाजपा ने एक बार फिर उन्हीं पर भरोसा जताया है। राजेंद्र नगर क्षेत्र की क्या हैं समस्याएं और कैसे होगा होगा इनका समाधान। इस पर निहाल सिंह ने सरदार आरपी सिंह ने बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश..
इस चुनाव में राजेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र के क्या मुद्दे हैं ?
यह चुनाव झूठ बनाम सच का है। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक झूठ बोलकर 2015 में जीत गए थे, लेकिन जनता जब जवाब मांगने लगी तो बाहर से प्रत्याशी को लाकर उतार दिया। यह चुनाव पूरी तरह से इलाके में गंदे पानी की आपूर्ति और बुद्ध विहार इंद्रपुरी के गंदे नाले पर हो रहा है। हम राजेंद्र नगर को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाएंगे।
अगर आप चुनाव जीतते हैं तो आपकी प्राथमिकताएं क्या रहेंगी?
जनता की मांग है कि बुद्ध विहार नाले की समस्या को खत्म किया जाए। मैंने जब 2013 में चुनाव जीता तो इसके लिए मैंने 40 करोड़ रुपये का कार्य शुरू कराया, लेकिन आज तक वह कार्य नहीं हो पाया। इस समस्या का समाधान होगा। साथ ही लोगों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जाएगा। यहां से आप ने राघव चड्ढा और कांग्रेस ने रॉकी तुसीद को उतारा है। आप किससे मुकाबला मानते हैं?
यहां पर मुकाबला झूठ बनाम सच है। मैंने 2013 में जितने कार्य शुरू किए उतने ये लोग पांच साल में नहीं कर पाए। कांग्रेस का तो कोई नाम नहीं ले रहा है। राघव को तो कोई जानता भी नहीं है।
पांच साल में विधायक के कामकाज को कैसे देखते हैं?
पांच साल में विधानसभा क्षेत्र की किसी भी समस्या पर कोई कार्य नहीं हुआ। न्यू पटेल नगर में मैंने 80 लाख रुपये से सीवर का कार्य शुरू किया था। उसके सिवाय यहां पर न कोई नई सीवर की लाइन डाली गई और न ही पुरानी को बदला गया। पानी इतना गंदा है कि उसे पीने तो छोड़िए, सफाई में भी उपयोग नहीं कर सकता।
चुनाव में शाहीन बाग के मुद्दे को किस प्रकार देखते हैं?
शाहीन बाग से लोगों को परेशानी हो रही है। बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। दुकानें बंद हैं। यह अराजकतावादी सोच है। इसका समर्थन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस कर रही है।