AAP और BJP पर बरसीं प्रियंका गांधी, बोलीं- पीएम बताएं 'रोजगार का घटना संयोग है या प्रयोग'
Delhi Assembly Election 2020 राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी संगम विहार में पार्टी उम्मीदवार पूनम आजाद के समर्थन में रैली की।
नई दिल्ली, एएनआइ/जेएनएन। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संगम विहार में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि देश में रोजगार कम होते जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, 7 क्षेत्रों में 3.5 करोड़ नौकरियां कम हुई हैं। लेकिन प्रधानमंत्री इसका उल्लेख भी नहीं करते हैं। क्या पीएम बता सकते हैं कि रोजगार का घटना संयोग है या प्रयोग।
वहीं रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम केजरीवाल केवल सत्ता के बारे में सोचते हैं। वे सत्ता में बने रहने के लिए दो मिनट में कुछ भी घोषणा कर सकते हैं।
केजरीवाल पर भी साधा निशाना
आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि कहा कि भाजपा और AAP के नेता पब्लिसिटी में माहिर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपनी पब्लिसिटी पर 5200 करोड़ खर्च कर दिए, वहीं केजरीवाल भी कम नहीं हैं, उन्होंने भी सिर्फ दिल्ली के चुनाव में 611 करोड़ खर्च किए हैं। अगर काम किया है तो इतनी पब्लिसिटी की क्या जरूरत है?। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी दिवंगत शीला दीक्षित के द्वारा किए गए कार्यों को अपना बताकर क्रेडिट ले रही है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि यह चुनाव का समय है। सभी उम्मीदवार वादे कर रहे हैं। लेकिन, ऐसा लगता है कि मुद्दे गायब है और बयानबाजी जारी है। बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। प्रधानमंत्री रोजगार के अपने वादों पर बात ही नहीं करते। उन्होंने कहा कि जब भी कोई जनता के हितों के सवाल उठाता है, तो उनका मुंह बंद कर दिया जाता है। कोई देशद्रोही कहता है, कोई भ्रष्ट कहता है।
यूपी के सीएम योगी भी रहे निशाने पर
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि यूपी में शिक्षा, स्वास्थ्य का स्तर सबसे नीचे है। 70 हजार युवा शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। यूपी के ये हालत हैं। इनकी हिम्मत कैसे होती है कि ये आपको कहे कि दिल्ली को यूपी की तरह बना देंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 14 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला लेकिन, मात्र 5 साल में जिस तेजी से भाजपा ने लोगों को गरीबी में वापस धकेला है, उसका कोई अनुमान नहीं लगा सकता।