किराड़ी विधानसभा सीट: पूर्वांचल बाहुल्य इलाके की जनता को चाहिए स्थानीय मुद्दों का समाधान
पूर्वांचल बाहुल्य इलाका है किराड़ी विधानसभा सीट। परिसीमन से पूर्व यह बवाना विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा था। यह कभी कांग्रेस का प्रभाव था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Assembly Election 2020: किराड़ी उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट के तहत आता है। यह पूर्वांचल बाहुल्य इलाका है। परिसीमन से पूर्व यह बवाना विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा था। यह कभी कांग्रेस का प्रभाव था। बाद में यहां से भाजपा के अनिल झा ने दो विधानसभा चुनावों में दिल्ली में सर्वाधिक मतों से जीत का रिकार्ड बनाया था। लेकिन, वर्ष 2015 के चुनाव में यह सीट आप के खाते में चली गई और यहां से आप के ऋतु राज गोविंद ने जीत हासिल की थी।
यह भी जानें
विधानसभा क्षेत्र का नाम : किराड़ी
कुल मतदाता- 26,9,687
पुरुष मतदाता- 1,53,888
महिला मतदाता- 11,5,765
अन्य : 34
प्रमुख इलाके:-
प्रेम नगर पार्ट एक दो तीन, किराड़ी, मुबारकपुर, निठारी गांव, सुखी नहर, इंद्र एंक्लेव, एबीसीडी ब्लाक, कटारिया रोड, प्रेम नगर सत्तर फुटा, कर्ण विहार कालोनी, त्रिपाठी एंक्लेव, अगर नगर, प्रताप विहार, प्रवेश नगर, हरि एंक्लेव, हिंद विहार, शारदा वत्स एंक्लेव, जानकी विहार, आदर्श एंक्लेव वाई ब्लॉक, भरत विहार, गौरव नगर।
क्षेत्र की विशेषता:-
यहां मौजूदा समय में करीब 106 अनधिकृत काॅलोनियों व तीन गांव हैं। यह क्षेत्र दिल्ली के उस क्षेत्र में शामिल है, जहां पहले बड़ी संख्या में बिहार व उत्तर प्रदेश के लोग आकर बसे थे। यहां की प्रेम नगर काॅलोनी राजधानी की बड़ी काॅलोनियों में शुमार है। यहां सभी धर्म संप्रदाय के लोग आपसी सद्भभाव के साथ रहते हैं और हमेशा सामाजिक एकता का परचम लहराया है। यहां के मतदाता काफी जागरूक हैं और जात-पात से ऊपर उठकर विकास के नाम पर मताधिकार का प्रयोग करते आए हैं। यही कारण रहा है कि यह क्षेत्र चुनावों में परिवर्तन का वाहक बनता रहा है।
क्षेत्र के निगम पार्षद: -
पूनम पराशर झा, मुबारकपुर डबास, भाजपा
सुरजीत पवार, प्रेम नगर, आप
उर्मिला चौधरी, किराड़ी सुलेमान नगर, भाजपा
रविंंद्र भारद्वाज, अमन विहार, आप
सोना रंजीत चाैधरी, निठारी, भाजपा 40
जातीय समीकरण :-
ब्राह्मण 31
मुस्लिम 20
एससी व ओबीसी 32
वैश्य 10
जाट 7
(आंकड़े फीसद में)
पिछले विधानसभा चुनाव (2015) के आंकड़े
कुल मतदाता- 242,802
मत पड़े- 158,485
ऋतुराज गाेविंद (आप) विजयी- 97,727
अनिल झा (भाजपा)- 52, 555
प्रत्यूष कंठ (कांग्रेस) 2,086
प्रमुख मुद्दे-
- किराड़ी रेलवे फाटक पर अंडरपास या ओवर ब्रिज की मांग सालों से की जा रही है। इसके लिए कई बार योजनाएं भी बनीं, लेकिन अब तक उन पर अमल नहीं हो सका है। जिसके चलते रेलवे फाटक पर जाम से जूझने की नौबत आज भी बनी हुई है।
- जल निकासी की समस्या है। मुख्य नाले से आगे पानी के समुचित निकास नहीं होने के कारण जलभराव की समस्या है। यहां बारिश में कालोनियाें में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर जाता है।
- सूखी नहर स्थित डीडीए के मैदान में जलभराव की समस्या का निदान नहीं हो सका है। यहां गत साल डूबने से एक बच्चे की भी मौत हो गई थी। जलभराव के कारण आसपास के मकानों में भी दरारें आ गई हैं। यह इस क्षेत्र का प्रमुख मुद्दा है और हाल में ही कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर दाे दिनों तक लगातार धरना भी दिया था।
-विकास कार्यों के चलते गलियां ऊंची हो गई तो बिजली के खंभे नीचे हो गए हैं। ऐस में खंभों से गुजरता बिजली का केबल लोगों मकान से सटा रहा है। जिसके कारण लोगों को सुरक्षा का हवाला देकर बिजली के कनेक्शन दिए जा रहे हैं।
- अब तक लखी राम पार्क में सीवर निर्माण कार्य का प्रारंभ किया जा रहा है, जबकि अन्य जगहों पर यह योजना चालू नहीं हो सकी है।
- क्षेत्र में एक भी बड़ा अस्पताल नहीं है, हालांकि मोहल्ला क्लीनिक हैं। लेकिन आबादी से लिहाज से पर्याप्त नहीं है।
जनता की राय :
किराड़ी में विकास कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन चुनाव को देखते हुए अंतिम समय में कार्य जा रहे हैं। जिससे आधे अधूरे कार्य से जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सुनीता
जल निकासी की बहुत बड़ी यहां समस्या है। गलियां ऊंची होने के कारण बिजली के खंभे छोटे हो गए है। खंभे पर लगे बिजली के केबल लोगों के घरों में सट गए हैं। ऐसे में बिजली कनेक्षन नहीं मिल पा रहे हैं।
राजवीर उपाध्याय
इंदर एंक्लेव की स्थिति बेहद खराब है। कुछ सड़कें बनाई गई हैं, लेकिन ज्यादातर सड़कें पानी से जलमग्न हैं। कई बार शिकायत की गईं, लेकिन कोई भी सुन को राजी नहीं है।
हाफिज मो. इकराम
किराड़ी में गंदगी एक बड़ी समस्या है। जो नालियां बनी है उनकी सफाई नहीं होती है। कूड़े की गाड़ियां आती ही नहीं है, जिससे लोग घर का कूड़ा कचरा आसपास के खाली प्लॉटों में फेंकते हैं। कटारिया रोड प्रमुख मार्ग है, लेकिन इसे बनाने के नाम पर खोदाई कर छोड़ दिया गया है। ऐेसे में आवागमन में परेशानी होती है।
ललित झा