चांदनी चौक से पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह ने थामा AAP का दामन तो कांग्रेस बोली 'बोझ बन गए थे'
प्रदेश प्रभारी पीसी चाको का कहना है कि साहनी पार्टी पर एक बोझ बने हुए थे अच्छा हुआ चले गए। उन्होंने यह भी कहा कि औपचारिक रूप से भले ही उन्होंने रविवार को AAP का साथ पकड़ा।
नई दिल्ली, जेएनएन। चांदनी चौक से चार बार विधायक रहे प्रहलाद सिंह साहनी के कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हाेने पर पार्टी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने कहा है कि वह कांग्रेस के लिए बोझ बन चुके थे। संगठन की मजबूती में उनका कोई योगदान नहीं रह गया था।
प्रदेश प्रभारी पीसी चाको का कहना है कि साहनी पार्टी पर एक बोझ बने हुए थे, अच्छा हुआ चले गए। उन्होंने यह भी कहा कि औपचारिक रूप से भले ही उन्होंने रविवार को आप का साथ पकड़ा, लेकिन आप नेताओं के संपर्क में वह और उनका बेटा काफी पहले से थे।
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ ने कहा कि साहनी बड़े कमजोर दिल वाले निकले। उन्हें पार्टी आलाकमान के फैसले का इंतजार करना चाहिए था। हारून ने यह भी कहा कि पार्टी को लेकर साहनी ने जो आरोप लगाए हैं, सभी बेबुनियाद हैं। उन्हें सत्ता का लोभ है, बस और कोई वजह नहीं है पार्टी छोड़कर जाने की।
प्रदेश प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार कोचर ने कहा कि उन्हें आम आदमी पार्टी की सोच पर ताज्जुब है कि जो व्यक्ति उस पार्टी का सगा नहीं हो सका, जिसके नाम पर चार बार विधायक बना तो उनका सगा क्या होगा? कोचर के मुताबिक साहनी सिर्फ सत्ता भोगी नेता रहे हैं, तभी तो आज संघर्ष के दिनों में पार्टी छोड़ कर भाग गए।
पार्टी के वरिष्ठ नेता चतर सिंह का कहना है कि साहनी के पार्टी से जाने का कोई फर्क नहीं पड़ता है। पार्टी तो वैसे भी उन्हें ढो ही रही थी। अब किसी नए को मौका तो मिलेगा। उन्होंने बताया कि साहनी तो छोड़िए, उनके बेटे का भी पिछले निगम चुनावों में बहुत बुरा हश्र हुआ था, जो अपने बेटे को निगम का चुनाव नहीं जितवा पाए वह किसी पार्टी को क्या मजबूत करेंगे? गौरतलब है कि साहनी के पुत्र पुनरदीप सिंह को 2017 के नगर निगम चुनाव में चांदनी चौक वार्ड से मात्र 27 फीस्दी वोट मिले थे। जबकि इसी विधानसभा के अन्य वार्ड सिविल लाइन से कांग्रेस को 32 और जामा मस्जिद वार्ड से कांग्रेस को 61 फीसदी वोट मिले थे।