रविदास मंदिर तोड़े जाने से AAP नेता संजय सिंह का आरोप, करोड़ों दलितों की आस्था को पहुंची ठेस
संजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से इस जमीन पर मंदिर निर्माण की अनुमति मिल गई तो दिल्ली सरकार जनता के सहयोग से उस जगह पर संत रविदास का भव्य मंदिर निर्माण करेगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली विधानसभा चुनाव अभी छह महीने दूर है, लेकिन राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इस कड़ी में आम आदमी पार्टी (Aam aadmi party) से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने रविदास मंदिर को तोड़कर करोड़ों दलितों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दलितों की इसी आस्था का ध्यान रखते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को रविदास मंदिर के संबंध में एक पत्र भी लिखा है। अगर भाजपा सरकार इस प्रस्ताव को स्वीकार करती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को मात्र एक प्रस्ताव पारित करना है कि वन विभाग की उस जमीन को डिनोटिफाई कर दिया जाए। इससे सारी समस्या का समाधान हो जाएगा। संजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से इस जमीन पर मंदिर निर्माण की अनुमति मिल गई तो दिल्ली सरकार जनता के सहयोग से उस जगह पर संत रविदास का भव्य मंदिर निर्माण करेगी। बृहस्पतिवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान संजय सिंह ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा सालों से राम मंदिर निर्माण को लेकर पूरे देश में ढकोसला करती फिर रही है और दूसरी तरफ करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़े रविदास मंदिर को तोड़ रही है। सबरीमाला मंदिर के मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह केरल में जाकर सुप्रीम कोर्ट को चुनौती देते हुए कहते हैं कि कोर्ट को जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए निर्णय लेना चाहिए। वहीं दिल्ली में जब दलितों की भावना की बात आती है तो इतने पुराने मंदिर को डीडीए के माध्यम से तुड़वा देती है।
समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि भाजपा कहती है, मंदिर तोड़ने का आदेश कोर्ट ने दिया। सवाल यह उठता है कि यह मामला कोर्ट में गया कैसे? अगर भाजपा शासित डीडीए मंदिर को तोड़ने की कार्यवाही नहीं करती तो यह मामला कोर्ट में जाता ही नहीं। केंद्र सरकार ने मंदिर के लिए जमीन देना तो दूर उल्टा दलित आंदोलनकारियों को झूठे केसों में फंसा कर जेल में बंद कर दिया। पत्रकार वार्ता में मौजूद अंबेडकर नगर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक अजय दत्त ने कहा कि भाजपा ने डीडीए के माध्यम से संत रविदास के छह सौ साल पुराने मंदिर को तोड़कर अपने दलित विरोधी होने का प्रमाण प्रस्तुत किया है।
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