मुंडका में बनेगी स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, दिल्ली के उभरते खिलाड़ियों को AAP सरकार का तोहफा
मुंडका इलाके में बनने वाली यह स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी 90 एकड़ एरिया में बनाई जाएगी और इस प्रस्ताव को दिल्ली कैबिनेट ने मंजूर भी कर लिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi Assembly Election 2020 : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (aad aadmi party) सरकार ने दिल्ली के उभरते खिलाड़ियों को बड़ा तोहफा दिया है। बृहस्पतिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister of Delhi Arivnd Kejriwal) और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने संयुक्त प्रेसवार्ता में एलान किया कि मुंडका में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (Sports University) का निर्माण किया जाएगा।
मुंडका में बनेगा खेल विश्वविद्यालय
दिल्ली सरकार ने मुंडका में 90 एकड़ जमीन पर खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है, जोकि देश में पहली बार खेलों की डिग्री देगा। मंत्रिमंडल ने गुरुवार को इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। खिलाड़ी अपनी प्रतिभा के आधार पर क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल आदि में स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएचडी तक की डिग्री ले सकेंगे। वे स्कूल स्तर पर भी इन खेलों की ही पढ़ाई करेंगे। मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता में इसकी घोषणा की। उन्होंने बाद में इस संबंध में ट्वीट भी किया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर कहा कि अब छात्रों का खेल ही उनकी पढ़ाई होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी देश के खिलाड़ियों के लिए व्यवस्था है कि वह किसी खेल में कुछ भी हासिल कर लें, लेकिन अकादमिक स्तर पर उन्हें अलग से पढ़ाई करनी पड़ती है। ऐसा न करने पर वह किसी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर पाते हैं। इसका समाधान दिल्ली सरकार ने कर दिया है। अब खिलाड़ियों को किसी और डिग्री की आवश्यकता नहीं है। खेलों में उनके प्रदर्शन के आधार पर ही डिग्री मिल जाएगी। खेल में भविष्य बनाने वाले युवा भी सिविल सेवा जैसी परीक्षाएं दे पाएंगे। इस विश्वविद्यालय के तहत आने वाले कोर्स के लिए विशेषज्ञों की टीम बनेगी।
स्कूल से ही ले सकेंगे दाखिला
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली खेल विश्वविद्यालय (डीएसयू) के अंतर्गत स्कूल भी खुलेंगे। जहां उन बच्चों को दाखिला मिलेगा, जिन्हें खेल में करियर बनाना है। इस स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों को फिर परीक्षा में पास होने की चिंता नहीं करनी होगी। यह विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी होगी कि बच्चे को अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया जाए। स्कूल स्तर के शिक्षण के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्धता होगी।
डिग्री के कारण अधर में नहीं लटकेगा भविष्य
मनीष सिसोदिया ने कहा कि गुरुवार को दो होनहार खिलाड़ी थाईलैंड से पदक जीतकर मुझसे मिलने आईं। दोनों ने बताया कि वह ग्रेजुएट होने के लिए ओपन से ग्रेजुएशन कर रही हैं। ऐसा न करने पर नौकरी नहीं मिलेगी। डिग्री के लिए पढ़ाई करनी होगी और इससे खेल पर पूरा ध्यान नहीं दे पा रही हैं। एक खिलाड़ी को टेबल टेनिस में राष्ट्रीय पदक मिला, लेकिन उसके पास डिग्री न होने के कारण वह कोई प्रतियोगिता परीक्षा नहीं दे सकती हैं। अब ऐसे सभी खिलाड़ियों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
दिल्ली खेल विश्वविद्यालय (डीएसयू) के उद्देश्य
युवाओं को खेल, शारीरिक गतिविधि, मनोरंजन और प्रशिक्षण प्रदान करने और उनकी फिटनेस सुनिश्चित करने के लिए यह विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। इसका उद्देश्य खेल शिक्षा के उभरते क्षेत्रों में खेल अध्ययन, अनुसंधान और विस्तार कार्य को बढ़ावा देना है।
राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा
खेल विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसमें खेल का एक व्यापक इको-सिस्टम स्थापित करने का प्रयास होगा। विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर शिक्षा और अनुसंधान शामिल होंगे। विभिन्न खेलों में पेशेवर उत्कृष्टता के लिए सिस्टम बनाना, कौशल विकास, खेल मनोरंजन और सामुदायिक गतिविधियां करना, प्रारंभिक चरण के खेल के लिए संस्थागत तंत्र विकसित करना और प्रतिभा विकास का प्रावधान होगा।
विश्वस्तरीय संसाधन होंगे
विश्वविद्यालय के पास खेलों में पेशेवर उत्कृष्टता के लिए एक विश्वस्तरीय केंद्र होगा। उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए विश्वस्तरीय खेल विशिष्ट प्रभाग होंगे। ये प्रभाग खिलाड़ी बनने के इच्छुक व्यक्तियों को कोचिंग देंगे। प्रत्येक खेल प्रभाग विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारेगा। केंद्र में प्रशिक्षण के अलावा कोच भी तैयार होंगे। खेल में शोध करने की सुविधा भी होगी।
एलान के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट भी किया है- 'दिल्ली सरकार ने आज युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। मुंडका में देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी खोली जाएगी जिसमें खिलाड़ियों को अपने खेल की क्षमता पर डिग्री मिल पाएगी। देश मे पहली बार खेल को मेनस्ट्रीम हायर एजुकेशन का हिस्सा बनाया जा रहा हैं।'
वहीं, इस बाबत दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर इस पर खुशी जताई है- 'दिल्ली में एक नई स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनेगी. इसमें खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा के आधार पर क्रिकेट, हौकी, फ़ुटबोल आदि में ग्रैजूएट, पोस्ट-ग्रैजूएट आदि डिग्री ले सकेंगे. इसमें छात्रों का खेल ही उनकी पढ़ाई होगा। कैबिनेट ने आज दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी' बिल को मंज़ूरी दे दी।'
यहां पर बता दें कि अगले छह महीने के भीतर दिल्ली में दिसंबर-जनवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव होने हैं। 2015 में 70 में से 67 सीटें हासिल कर धमाकेदार जीत दर्ज कर दिल्ली में सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी वापसी की कोशिश में है।
दिल्ली सरकार अब तक तकरीबन दर्जन भर लोकलुभावने फैसले ले चुकी है। इनमें दिल्ली मेट्रो और डीटीसी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त सफर, अनधिकृत कॉलोनियों में बने घरों की रजिस्ट्री समेत दर्जन भर फैसले शामिल हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को भी स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का फैसला लिया गया है।
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