यमुनापार की हाई प्रोफाइल सीट है गांधी नगर, रोचक है इस बार का मुकाबला
दिल्ली की राजनीति में अहम स्थान रखने वाला गांधीनगर यमुनापार की हाई प्रोफाइल सीट है। यहां से अभी अनिल कुमार बाजपेई सांसद है जो पहले आप में थे और अब भाजपा में शामिल हो गए।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। पूर्वी दिल्ली जिले का हिस्सा गांधीनगर दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से एक है। साथ ही यह यमुनापार की हाई प्रोफाइल सीट रही है। पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने के चलते दिल्ली की राजनीति में प्रमुख स्थान रखता है। यह क्षेत्र 1972 में विधानसभा सीट घोषित किया गया था। तब यहां से कांग्रेस के इंदर सिंह आजाद विधायक बने थे। उन्होंने भारतीय जनसंघ के सोमनाथ को हराया था। 1998 से इस सीट पर लगातार जीत हासिल कर कांग्रेस के विजय रथ को 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने रोक दिया। वर्तमान में यहां से आम आदमी पार्टी के अनिल कुमार वाजपेई विधायक हैं। एशिया का सबसे बड़ा रेडीमेड कपड़ों का बाजार कहा जाने वाला यह इलाका यमुना से सटा हुआ बसा है। मुस्लिम बाहुल्य घनी आबादी वाले इस इलाके में बड़ी संख्या में कपड़े की दुकानें और टेक्सटाइल के कारखाने हैं। कांग्रेस की सत्ता के दौरान अरविंदर सिंह लवली इस सीट से जीतकर मंत्री बने थे।
यहां भी वही समस्याएं हैं बरकरार
- बाजारों में पार्किंग की समस्या
- संकरी गलियों में होती हैं आगजनी
- मुख्य सड़कों पर कूड़े कर ढेर बनता है जाम का कारण
- गांधीनगर बाजार में अतिक्रमण
- नालियों व जलभराव की समस्या
- गांधीनगर बाजार में सीलिंग है समस्या
ये हैं प्रत्याशी
गांधीनगर विधानसभा सीट पर इस बार रोचक मुकाबला है। कांग्रेस के प्रत्याशी अरविंदर सिंह लवली के सामने अपना रिकॉर्ड बचाने की चुनौती है। वह अभी तक कोई विधानसभा चुनाव नहीं हारे हैं। अरविंदर को घेरने के लिए सत्ताधारी आप ने स्थानीय प्रत्याशी दीपू चौधरी को टिकट दिया है तो भाजपा ने आप से भाजपा में आए विधायक अनिल कुमार बाजपेई को मैदान में उतारा है। तीनों दलों ने स्थानीय प्रत्याशी उतारकर मुकाबले को रोचक कर दिया है।
चुनाव आयोग के कार्यालय के अनुसार 14 जनवरी से लेकर सोमवार तक कुल 496 उम्मीदवारों ने 722 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इनमें 395 पुरुष व 101 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। शनिवार तक 153 उम्मीदवारों ने 214 पर्चे दाखिल किए थे। इस तरह 508 नए नामांकन हुए हैं।