Delhi Election 2020: अरविंद केजरीवाल की इस बात पर भड़कीं स्मृति ईरानी, बोलीं- क्या आप महिलाओं को सक्षम नहीं समझते
Delhi Election 2020 दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए मतदान जारी है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ट्विटर पर भिड़ गए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi Election 2020: दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए मतदान जारी है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ट्विटर पर भिड़ गए हैं। दरअसल अरविंद केजरीवाल ने शनिवार की सुबह वोटिंग से पहले ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, सभी महिलाओं से ख़ास अपील - जैसे आप घर की जिम्मेदारी उठाती हैं, वैसे ही देश और दिल्ली की ज़िम्मेदारी भी आपके कंधों पर है। आप सभी महिलाएं वोट डालने ज़रूर जायें और अपने घर के पुरुषों को भी ले जायें। पुरुषों से चर्चा ज़रूर करें कि किसे वोट देना सही रहेगा।
अरविंद केजरीवाल का यह ट्वीट स्मृति ईरानी को पसंद नहीं आया। स्मृति ने ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल को जवाब देते हुए लिखा-आप क्या महिलाओं को इतना सक्षम नहीं समझते की वे स्वयं निर्धारित कर सकें किसे वोट देना है ? #महिलाविरोधीकेजरीवाल। कुछ देर बाद अरविंद केजरीवाल ने स्मृति ईरान के ट्वीट के उत्तर में लिखा, स्मृति जी, दिल्ली की महिलाओं ने किसे वोट देना है ये तय कर लिया है। और पूरी दिल्ली में इस बार अपने परिवार का वोट महिलाओं ने ही तय किया है। आखिर घर तो उन्हें ही चलाना होता है।
आप क्या महिलाओं को इतना सक्षम नहीं समझते की वे स्वयं निर्धारित कर सके किसे वोट देना है ? #महिलाविरोधीकेजरीवाल https://t.co/fUnqt2gJZk" rel="nofollow — Smriti Z Irani (@smritiirani) February 8, 2020
स्मृति जी, दिल्ली की महिलाओं ने किसे वोट देना है ये तय कर लिया है। और पूरी दिल्ली में इस बार अपने परिवार का वोट महिलाओं ने ही तय किया है। आखिर घर तो उन्हें ही चलाना होता है https://t.co/Psszwmmd3a" rel="nofollow — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 8, 2020
मनोज तिवारी और अरविंद केजरीवाल में भी हुआ विवाद
आप सांसद संजय सिंह ने मनोज तिवारी के बयान का ट्वीट कर जवाब दिया है, जिसमें कहा गया है कि भाजपा अरविंद केजरीवाल को अछूत मानती है। दरअसल मनोज तिवारी ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल मंदिर गए थे। लेकिन उन्होंने जूते उतारने के बाद हाथ नहीं धोए। फिर उसी हाथ से हनुमान जी को माला अर्पण कर दी।