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C- 40 Summit 2019: सीएम केजरीवाल का डेनमार्क दौरा रद, विदेश मंत्रालय से नहीं मिली मंजूरी

डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में 9 से 12 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले सम्मेलन c40 summit 2019 में सीएम केजरीवाल शामिल नहीं हो पाएंगे।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 07:32 AM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 07:32 AM (IST)
C- 40 Summit 2019: सीएम केजरीवाल का डेनमार्क दौरा रद, विदेश मंत्रालय से नहीं मिली मंजूरी
C- 40 Summit 2019: सीएम केजरीवाल का डेनमार्क दौरा रद, विदेश मंत्रालय से नहीं मिली मंजूरी

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सी-40 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने डेनमार्क नहीं जा सके। उन्हें डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में 9 से 12 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले सम्मेलन के लिए मंगलवार दोपहर दो बजे रवाना होना था लेकिन विदेश मंत्रालय से इस यात्र की मंजूरी नहीं मिली। सम्मेलन में दुनिया के सबसे बड़े महानगरों में से एक दिल्ली के नेता के रूप में केजरीवाल को आमंत्रित किया गया था।

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सीएम को आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना था। वह दुनिया के उन 20 नेताओं में शामिल होने जा रहे थे, जो इस बात का प्रण लेंगे कि लघु व दीर्घकालिक प्रतिबद्धताओं से अपने शहर की हवा को स्वच्छ करेंगे।

विदेश मंत्रालय ने सम्मेलन की प्रकृति का दिया हवाला

विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा 'मैं राजनीतिक मंजूरी के लिए सवालों का जवाब नहीं देना चाहता। आप समझदार हैं तो प्रक्रिया की पूरी जानकारी होगी। हमें हर महीने मंत्रलयों, सचिवों से राजनीतिक मंजूरी के लिए सैकड़ों अनुरोध मिलते हैं। एक निर्णय कई सूचनाओं पर आधारित होता है। सम्मेलन की प्रकृति का भी ध्यान रखा जाता है, जहां व्यक्ति भाग लेने जा रहा है। अन्य देशों की भागीदारी के स्तर को भी ध्यान में रखकर मंजूरी दी जाती है'।

डेनमार्क जाने का यह था मकसद

- सीएम केजरीवाल दिल्ली के प्रदूषण को 25 फीसद तक कम करने के लिए किए गए सफल प्रयास की जानकारी देते।

- जलवायु संकट पर न्यूयॉर्क, लंदन, पेरिस, लॉस एंजिलिस व बर्लिन जैसे शहरों के नेताओं संग बैठक में शामिल होते।

- चार साल पहले तक दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल थी। वायु प्रदूषण को कैसे कम किया, यह भी बताते।

- मुख्यमंत्री को दिल्ली में बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालना था।

- किस तरह जेनरेटर सेट का चलन दिल्ली में लगभग बंद हुआ, यह भी बताना था।

- 95 फीसद उद्योगों के सीएनजी में शिफ्ट होने से औद्योगिक प्रदूषण कैसे कम हुआ। दो थर्मल पावर प्लांट बंद किए गए।

- सरकार के प्रयास से निर्माण स्थलों से होने वाले प्रदूषण को कैसे कम किया गया। हरियाली कैसे बढ़ाई, यह भी बताते।

- मुख्यमंत्री एशियन मेयर व सिटी लीडर्स कम कार्बन समावेशी विकास बैठक नामक शिखर सम्मेलन के वरिष्ठ वक्ता भी थे।

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