Loksabha Election 2019: मतदान के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त
आमतौर पर नाव से एक दिन पहले पैरा मिलिट्री व होमगार्ड की तैनाती की जाती थी लेकिन इसबार चार दिन पहले से ही पूरी दिल्ली में सुरक्षा के सख्ता इंतजाम हैं।
नई दिल्ली, राकेश कुमार सिंह। आगामी 12 मई को दिल्ली में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने पूरी तरह कमर कस ली है। पुलवामा की घटना व कई देशों में लगातार हो रहे आतंकी हमले को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इसबार सुरक्षा के बेहद चाक-चौबंद बंदोबस्त करने का निर्णय किया है।
पिछले चुनाव की तुलना में इसबार न केवल 20 फीसद अधिक दिल्ली पुलिस की तैनाती की जाएगी बल्कि पैरा मिलिट्री व होमगार्ड की भी तैनाती अधिक की जाएगी। आमतौर पर हर चुनाव में चुनाव से एक दिन पहले मतदान केंद्रों व सभी लोकसभा क्षेत्रों में पैरा मिलिट्री व होमगार्ड की तैनाती की जाती थी लेकिन इसबार चार दिन पहले 9 मई को ही पूरी दिल्ली में इनकी तैनाती कर दी गई है। विशेष आयुक्त इंटेलीजेंस प्रवीण रंजन को चुनाव सेल के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है।
बड़ी संख्या में तैनात होंगे पुलिसकर्मी, पैरा मिलिट्री व होमगार्ड
चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था में 65,000 पुलिसकर्मी, पैरा मिलिट्री व होमगार्ड लगाए जाएंगे। पिछले लोकसभा चुनाव की सुरक्षा व्यवस्था में 32,000 पुलिसकर्मी लगाए गए थे, जिसे बढ़ाकर 39 हजार कर दी गई है। पैरा मिलिट्री की संख्या भी 43 से बढ़ाकर 47 कंपनी कर दी गई है। पिछले लोकसभा चुनाव में 7000 होमगार्ड को सुरक्षा में लगाया गया था। इसबार 13,000 होमगार्ड चुनाव ड्यूटी में लगाए जाएंगे। 7000 होमगार्ड राजस्थान, 2 हजार उत्तराखंड व 4000 दिल्ली के लगाए जाएंगे। इनका इस्तेमाल मतदाताओं को पंक्तियों में लगाने आदि में किया जाएगा। दिल्ली में 167 लोकेशन पर होमगार्ड को ठहराने की व्यवस्था की गई है। 19 कंपनी पैरा मिलिट्री ने ठहरने की व्यवस्था खुद कर ली है 28 कंपनी की व्यवस्था दिल्ली पुलिस ने की है। इस बार नई व्यवस्था यह भी की गई है कि सभी वरिष्ठ अधिकारियों को पहले से रिजर्व पुलिस फोर्स मुहैया करा दी गई है। इसका फायदा यह होगा कि सभी अधिकारी पुलिसबल के साथ लगातार अपने-अपने इलाके में गश्त करते रहेंगे।
कुल 13,826 मतदान केंद्रों पर कड़े बंदोबस्त
दिल्ली में मतदान के लिए कुल 2700 परिसर चिह्नित किए गए हैं, जिनमें 13,826 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर दिल्लीवासी स्वतंत्र व निष्पक्ष होकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर पाएंगे। पहले ग्रामीण व कुछ खास इलाके में स्थित मतदान केंद्रों को संवेदनशील व अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा जाता था, लेकिन अब इनकी जगह क्रिटिकल यानी महत्वपूर्ण बूथ का नाम दिया गया है। ऐसे 441 बूथों पर सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किए जाएंगे। इसके अलावा ईवीएम को मतदान केंद्रों पर ले जाने व वापस स्ट्रांग रूम में ले जाने के लिए 1482 सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ अलग से पर्याप्त पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे। एक सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ तीन पुलिसकर्मी मुस्तैद रहेंगे।
सभी बूथों के बाहर क्यूआरटी (क्विक रेस्पांस टीम) की तैनाती रहेगी। चुनाव से एक दिन पहले सीमाओं पर चेकपोस्ट लगाकर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। पीसीआर व ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी सभी जगह तैनात रहेंगे, ताकि मतदान केंद्रों के पास कहीं जाम से लोगों को जूझना न पड़े। इसबार दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम के अलावा सभी 7 रिटर्निंग अधिकारी व चुनाव आयोग के कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं जहां लैंडलाइन फोन भी मुहैया कराए गए हैं ताकि किसी तरह की गड़बड़ी होने पर कोई तुरंत कॉल कर सूचना दे सके।
पुलिस के मोबाइल कंट्रोल रूम का इस्तेमाल
कंट्रोल रूम को डी सेंट्रलाइज कर दिया गया है ताकि कहीं भी शिकायत करने पर सभी को उसके बारे में जानकारी मिल जाएगी। इसबार पहली बार चुनाव में दिल्ली पुलिस के मोबाइल कंट्रोल रूम का इस्तेमाल भी किया जाएगा। बस को ओल्ड पुलिस लाइन में खड़ी की जाएगी। ताकि जरूरत पड़ने पर उसे कहीं भी ले जाया जा सके।
दिल्ली के पुलिस आयुक्त, अमूल्य पटनायक ने बताया, ‘बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कहीं कोई गड़बड़ी की शिकायत न आए इसके लिए पर्याप्त फोर्स की तैनाती की जाएगी। सभी आला अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने इलाके में लगातार गश्त करते रहें। सुरक्षा में चूक की शिकायत आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।’
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