राजनांदगांव से ही लडूंगा चुनाव, पूरे सरगुजा व बस्तर में खिलेगा कमल : डॉ रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का अभूतपूर्व स्नेह हर जगह मिल रहा है और चौथी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी।
अंबिकापुर, जेएनएन। अटल विकास यात्रा के तहत अंबिकापुर पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा दिया गया 65 प्लस का टार्गेट प्रदेश भाजपा पूरा करेगी। सरगुजा और बस्तर से इस बार ज्यादा उम्मीदें हैं। अंबिकापुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दो चरणों की विकासयात्रा में वे लगभग सभी विधानसभाओं तक पहुंच गए हैं। आचार संहिता लगने के पूर्व विकासयात्रा समाप्त हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का अभूतपूर्व स्नेह हर जगह मिल रहा है और चौथी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। इस बार चुनाव में सरगुजा व बस्तर संभाग से ज्यादा उम्मीदें हैं। भाजपा की सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में विकास पर ज्यादा फोकस किया है और इसी का फायदा इस बार के चुनाव में पार्टी को मिलेगा।
बसपा-छजकां गठबंधन से कटेंगे वोट
उन्होंने स्वीकारा कि बसपा व अजीत जोगी की पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के गठबंधन से वोट कटेंगे, लेकिन भाजपा पर असर नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने अन्य किसी विधानसभा से चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वे राजनांदगांव से ही चुनाव लड़ेंगे।
जनता के मुद्दे को लेकर जेल नहीं गए हैं भूपेश
मुख्यमंत्री डॉ.सिंह ने भूपेश बघेल की गिरफ्तारी पर कहा कि वे जनता के मुद्दों को लेकर आंदोलन के कारण जेल नहीं गए। नकली सीडी से पूरे प्रदेश की छवि खराब हुई है। यह राजनैतिक मूल्यों का पतन है। उन्होंने स्वयं सीबीआई जांच की मांग की थी, अब सीबीआई ने उन्हें पकड़ा तो वे कह रहे हैं कि सीबीआई केंद्र के इशारों पर काम कर रही है। उन्होंने खरसिया विधायक उमेश पटेल व उनकी माता की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि कोई काले झंडे लेकर आएगा तो उन्हें किसी तरह रोका ही जाएगी।
संत गहिरा गुरू के नाम से होगा सरगुजा विश्वविद्यालय का नाम
सीएम डॉ रमन ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि अब सरगुजा विश्वविद्यालय संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाएगा। साथ ही उन्होंने यहां संत गहिरा गुरू की विशाल प्रतिमा का अनावरण भी किया। इस दौरान डॉ रमन सिंह ने कहा कि संत गहिरा गुरू प्रदेश के एक महान संत थे। उनके विचार, उनकी सोच और शिक्षा यहां के मूल लोगों की आत्मा में बसी है।
शिक्षा के इस मंदिर का नाम संत के नाम पर रखा जाना उनके लिए एक विनम्र श्रद्धांजलि होगी। इस दौरान उन्होंने गांव भकुरा में बने विश्वविद्यायल के नए कैंपस तक 10 किलोमीटर सड़क निर्मांण की भी मंजूरी दी। गौरतलब है कि साल 2008 में सरगुजा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी।