Chhattisgarh : सिर्फ साक्षर है मंत्री कवासी, काम के दम पर की कई विदेश यात्राएं
minister kawasi lakhma कवासी न्यूजीलैण्ड, आस्ट्रेलिया और सिंगापुर जैसे देशों की यात्रा कर चुके हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में नए मंत्रिमण्डल में जिन मंत्रियों ने शपथ ली, उनमें से एक नाम कवासी लखमा का भी है। अपनी बेबाक बयान और अनूठे अंदाज के चलते कवासी हमेशा से ही लोकप्रिय रहे हैं। कवासी कांग्रेस के एक मात्र ऐसे विधायक हैं जो राज्य के गठन के बाद से ही लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। विपक्ष में भी कवासी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और वे उप नेता प्रतिपक्ष के रूप में पिछली विधानसभा में काम कर चुके हैं। कवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं और बस्तर की कोंटा विधानसभा सीट से विधायक हैं। यह साल 2003 में सबसे पहले विधानसभा में चुन कर आए थे।
विधायक बनने से पहले कवासी ने ग्राम सरपंच के रूप में काम किया और उत्कृष्ठ काम के लिए उन्हें दो बार सर्वश्रेष्ठ सरपंच का पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। कवासी ने औपचारिक शिक्षा नहीं ली है। वे सिर्फ साक्षर हैं, लेकिन देश और राज्य की राजनीति के साथ ही वे अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में भी मजबूत पकड़ रखते हैं।
कवासी न्यूजीलैण्ड, आस्ट्रेलिया और सिंगापुर जैसे देशों की यात्रा कर चुके हैं। व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो कवासी का जन्म साल 1953 में सुकमा जिले के नागारास गांव में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम कवासी बुधरी है और उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। मूल रूप से खेती किसानी का काम करने वाले कवासी आदिवासी पारंपरिक नृत्य कला में भी पारंगत हैं।