अब महिलाएं करेंगी छत्तीसगढ़ की हर विधानसभाओं में एक पोलिंग बूथ का संचालन, जानिए क्यों
इस चुनाव में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक पोलिंग बूथ का संचालन पूरी तरह महिलाओं की टीम द्वारा ही किया जाएगा।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों का समय नजदीक आते ही तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत अपने दो दिवसीय दौरे पर राजधानी रायपुर आए हैं और उन्होंने यहां शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव को सुनिश्चित करने के विभिन्न राजनैतिक दलों के नेताओं और अधिकारियों की बैठक शुक्रवार को ली थी। शनिवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए रावत ने बताया कि इस चुनाव में एक नई व्यवस्था की जा रही है जिसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक पोलिंग बूथ का संचालन पूरी तरह महिलाओं की टीम द्वारा ही किया जाएगा। इसके अलावा पहली बार मतदान के दौरान पोलिंग बूथ पर एक्सेसिबिलिटी पर्यवेक्षक की तैनाती की जाएगी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए आगे बताया कि चुनाव के पूर्व सत्ताधारी पार्टी द्वारा सरकारी तंत्र के दुरूपयोग की शिकायतें मिली हैं। इसे गंभीरता से लिया गया है। कुछ राजनैतिक दलों ने आदर्श आचार संहिता की अवधि बढ़ाने की मांग है साथ ही यह मांग भी की गई है कि राज्य सरकार की विकास यात्रा में राजनैतिक दल के झण्डे और प्रतीक चिन्ह का इस्तेमाल न किया जाए। कुछ राजनैतिक दलों ने राज्य सरकार की मोबाइल वितरण योजना के संबंध में आयोग के समक्ष शिकायत रखी है। इसके अलावा फोटो वोटर स्लिप को मतदान से पांच दिन पूर्व ही वितरित करवा दिए जाने की मांग भी कुछ राजनैतिक दलों द्वारा की गई है। रावत ने बताया कि राज्य में पहली बार सभी 90 विधानसभा सीटों के सभी 23632 पोलिंग बूथ पर इवीएम के साथ वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया जाएगा।
चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे अफसरों पर रखी जा रही नजर
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ लोकसभा चुनाव संभव नहीं है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव समय पर होंगे। उन्होंने कहा कि आयोग की तैयारियों को देखकर लोगों में यह संशय नहीं होना चाहिए कि छत्तीसगढ़ का विधानसभा चुनाव समय पर नहीं होगा। लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव साथ कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकसभा का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है, इसलिए पहले चुनाव नहीं हो सकता है। चुनाव मैदान में उतरने वाले अफसरों पर भी आयोग सख्ती की तैयारी में है। रावत ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उन अफसरों की सूची तैयार की जाए जो चुनाव लड़ने वाले हैं और उन्हें तत्काल चुनाव कार्य से हटाया जाए। उन्होंने बताया कि रायपुर कलेक्टर रहे ओपी चौधरी के भाजपा ज्वाइन करने कि जैसे ही जानकारी मिली आयोग ने तत्काल उनको हटाने के लिए नोटिस जारी किया था।
इस एप पर दर्ज करा सकेंगे चुनाव से जुड़ी शिकायतें
चुनाव के दौरान आने वाली शिकायतों को सीधे चुनाव आयोग तक पहुंचाने के लिए एक नया एप तैयार किया गया है। सी-विजिल नामके इस एप पर कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल के जरिए सीधे तौर पर शिकायत है और उससे जुड़े तथ्य आयोग के सामने रख सकेगा।