Jhiram Valley massacre छत्तीसगढ़ सरकार ने एनआईए से मांगी झीरम की फाइल
Jhiram Valley massacre डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा, एनआईए से मामला वापस आने पर घोषित होगी कमेटी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से झीरमकांड की फाइल वापस मांगी है। राज्य सरकार इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) डीजीपी डीएम अवस्थी ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा में बताया कि झीरम कांड को लेकर एसआईटी का गठन कर दिया गया है।
मामले की जांच एनआइए कर रही थी, इसलिए एनआईए को पत्र लिखा गया है। एनआईए से केस हैंडओवर होने के बाद एसआईटी की घोषणा कर दी जाएगी।
इस वजह से एसआईटी जांच
इस मामले में भाजपा सरकार ने एनआईए जांच कराई थी। कांग्रेस का आरोप है कि जांच में राजनीतिक षड्यंत्र शामिल नहीं किया गया था, जबकि यह एक षड्रयंत्र था। अब कांग्रेस की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसआईटी की घोषणा की है।
यह है झीरम कांड
वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव करीब छह महीने पहले मई में कांग्रेस ने प्रदेशव्यापी परिवर्तन यात्रा शुरू किया था। बस्तर संभाग की झीरमघाटी में 25 मई को नक्सलियों ने इस यात्रा पर हमला कर दिया। घटना में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा, विद्याचरण शुक्ला, उदय मुदलियार सहित 32 लोगों की हत्या कर दी थी।
भंग होगा क्राइम ब्रांच और अन्य जांच एजेंसी
डीजीपी ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में बने क्राइम ब्रांच और अन्य जांच टीमों को भंग किया जाएगा। अवस्थी ने कहा कि क्राइम ब्रांच भ्रष्टाचार और वसूली का अड्डा बन गया है। अब मामलों की जांच थाने स्तर पर होगी। अगर बड़ा मामला है, तो एसीबी, ईओडब्ल्यू और सीआइडी से जांच कराई जाएगी।