CG में पहले चरण में 187 उम्मीदवारों में से15 पर आपराधिक मामले दर्ज
प्रदेश के मतदाताओं को दागदारों पर एतबार नहीं है। इसका असर राजनीतिक दलों के टिकट वितरण पर भी पड़ता है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 क्षेत्रों के लिए 187 उम्मीदवारों में से मात्र 15 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि इनमें से आठ प्रतिशत पर गंभीर मामले हैं। ये दागी रिश्वतखोरी और हत्या के प्रयास के मामला में नामजद हैं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि इन दागी उम्मीदवारों में सत्तास्र्ढ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक भी उम्मीदवार नहीं है। इसके विपरीत कांग्रेस, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) , गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) समेत कुछ निर्दलीय भी दागदारों में शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ एक शांत प्रदेश है। यहां के मतदाता भी सीधे और सरल माने जाते हैं। वे ऐसे ही लोगों को पसंद करते हैं, जो सीधे-सरल हों। यही वजह है कि प्रदेश के मतदाताओं को दागदारों पर एतबार नहीं है। इसका असर राजनीतिक दलों के टिकट वितरण पर भी पड़ता है। इस चुनाव के पहले चरण में भाजपा ने भले ही जनभावना का ख्याल रखते हुए किसी भी दागी को प्रत्याशी बनाया, लेकिन कांग्रेस, जकांछ, गोंगपा और सपा ने कुछ दागियों पर दांव खेला है।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) की ओर से विश्लेषित उम्मीदवारों की संख्या में कांग्रेस के 18, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के 10, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के 7, समाजवादी पार्टी के 2 और निर्दलीय 66 दागी हैं।
उम्मीदवारों की ओर से घोषित मामलों के मुताबिक कांग्रेस के 39, जकांछ के 30, गोंगपा के 14, सपा के 50 और निर्दलीय 5 प्रतिशत दागी हैं। पहले चरण में केवल एक विधानसभा क्षेत्र जगदलपुर में तीन उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि एडीआर की सूची में भाजपा का कोई भी म्मीदवार दागी नहीं है। जाहिर है कि प्रदेश्ा के लोगों को दागदारों पर एतबार नहीं है।